सूरत : विधायक कुमार कानानी ने 3 करोड़ रुपये की लागत से भेस्तान गार्डन के पुनर्विकास के नाम पर सवाल उठाया

सूरत : विधायक कुमार कानानी ने 3 करोड़ रुपये की लागत से भेस्तान गार्डन के पुनर्विकास के नाम पर सवाल उठाया

पूर्व मंत्री एवं वराछा विधान सभा से भाजपा विधायक ने भेस्तान गार्डन रिडेवलपमेन्ट पर प्रश्न उठाकर उसके रखरखाव पर हुए खर्च की जानकारी मांगी

यदि भेस्तान लेक गार्डन का पुनर्विकास किया जाता है, तो मेरे क्षेत्र चोपाटी का भी पुनर्विकास करें - कानानी
सूरत के वराछा विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक भी सरकार के प्रदर्शन पर कई सवाल खड़े करते रहे हैं। जिससे सूरत नगर निगम के भाजपा शासकों के कार्य और नीति का पता चलता है। कुमार कानानी  ने आयुक्त को पत्र लिखकर भेस्तान लेक गार्डन बनाने का निर्णय लिया है। जिसे लेकर वराछा विधायक ने सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि भेस्तान लेक गार्डन 11 साल पहले बनकर तैयार हुआ था। समय-समय पर मरम्मत और रखरखाव की आवश्यकता होती रही है, तो अचानक पुनर्विकास की आवश्यकता क्यों है। बगीचे के रख-रखाव पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी ऐसी स्थिति क्यों बनती है? इतना महत्वपूर्ण सवाल उठाने से भाजपा के शासक भी मुश्किल में हैं।
कुमार कानानी  ने पत्र में साफ लिखा है कि अगर भेस्तान लेक गार्डन को दोबारा विकसित किया जा रहा है तो मेरे संसदीय क्षेत्र के महाराणा प्रताप उद्यान चौपाटी को दोबारा विकसित करने का विचार क्यों नहीं आत। ऐसा लगता है कि उन्होंने भाजपा शासकों और अधिकारियों के प्रदर्शन पर व्यंग्य किया है। कोरोना काल में  आर्थिक बोझ के कारण नगर पालिका की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, तो फिर लापरवाही के कारण पुनर्विकास कार्यों पर करोड़ों रुपये खर्च करना कितना उचित है। इसके लिए कौन जिम्मेदार है? यही ज्वलंत प्रश्न उन्होंने पूछा है।
कुमार कानानी  भले ही भाजपा विधायक हैं, लेकिन समय-समय पर वे भाजपा सरकार और निगम के अधिकारियों के कामकाज को लेकर कई सवाल उठाते हैं। हालांकि महत्वपूर्ण बात यह है कि जब वह इस तरह के किसी भी मुद्दे पर नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखते हैं, तो सत्ताधारी भाजपा की स्थिति देखने लायक हो जाती है और कुमार कानानी  के खिलाफ नगर संगठन में कोहराम मच जाता है। 
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