सूरत : पुराने शहर की 159 -सूरत पूर्व विधानसभा में बीजेपी-कांग्रेस के बीच सीधे मुकाबले में बीजेपी 14017 वोटों से जीती

सूरत : पुराने शहर की 159 -सूरत पूर्व विधानसभा में बीजेपी-कांग्रेस के बीच सीधे मुकाबले में बीजेपी 14017 वोटों से जीती

सूरत पूर्व विधानसभा में रहस्यमय परिस्थितियों में आपन प्रत्याशी का पर्चा वापस लेना भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हुआ, अल्पसंख्यक निर्दलीय उम्मीदवार भाजपा के लिए हरा कमल बन गए

कुछ उतार-चढ़ाव के बाद बीजेपी के लिए डेंजर जोन में रही सूरत ईस्ट विधानसभा सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है। इस विधानसभा में कोट ( पुराने) क्षेत्र के वोटरों ने बीजेपी की नैय्या पार करा दी है। इस सीट पर बीजेपी को त्रिपक्षीय युद्ध में नहीं बल्कि बीजेपी और कांग्रेस के बीच हुए युद्ध में जीत मिली थी। लिहाजा रहस्यमय परिस्थितियों में आप प्रत्याशी का पर्चा वापस लेना भाजपा के लिए आखिरकार फायदेमंद साबित हुआ है।

आप प्रत्याशी का नामांकन वापस लेने से भाजपा बचा पायी सीट


विधानसभा चुनाव में सूरत-पूर्व  सीट पर 92,000 अल्पसंख्यक मतदाता थे और यह सीट भाजपा के लिए चुनौती बन गई थी क्योंकि कांग्रेस ने अल्पसंख्यक उम्मीदवार असलम साइकिलवाला को टिकट दिया था। हालांकि, इस सीट पर चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी ने हथियार डाल दिए और आप उम्मीदवार ने रहस्यमय परिस्थितियों में अपना नामांकन वापस ले लिया, जिसका सीधा फायदा बीजेपी को हुआ।

नगर निगम चुनाव में अच्छे प्रदर्शन से आप ने दिया था टिकट


आम आदमी पार्टी राणा समाज से कंचन जरीवाला को प्रत्याशी बनाया था। कंचन जरीवाला ने नगर निगम चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था और समाज के वोट हासिल करने में सफल रहे थे। हालांकि, उन पर कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि भाजपा के दबाव में उन्होने रहस्यमय परिस्थितियों में नामांकन पत्र वापस ले लिया।

भाजपा पिछले बार 13 हजार और इस बार 14 हजार मतों से जीती


इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला था क्योंकि आप का कोई उम्मीदवार नहीं था। मतगणना के अंत में बीजेपी के अरविंद राणा को 73142 वोट मिले जबकि कांग्रेस के असलम साइकिलवाला को 59125 वोट मिले। इस चुनाव में दस अल्पसंख्यक उम्मीदवारों के मैदान में होने की बात भी बीजेपी के लिए फायदेमंद रही है। इस चुनाव में बीजेपी के अरविंद राणा 14017 वोटों से जीते हैं।  पिछले साल इसी सीट से अरविंद राणा 13347 वोटों से जीते थे। 
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