सूरत : खादी उद्योग को भी फला ‘हर घर तिरंगा’ अभियान, कारोबार में उल्लेखनीय वृद्धि

सूरत : खादी उद्योग को भी फला ‘हर घर तिरंगा’ अभियान, कारोबार में उल्लेखनीय वृद्धि

दो महीने में ही 40 लाख रुपये की बिक्री

आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में देश में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के कारण बहुत से उद्योगों को बहुत फायदा हो रहा है। टेक्सटाइल या कपड़ा उद्योग के साथ साथ खादी की दुकानों में तिरंगे सहित खादी के कपड़ों की बिक्री में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. पिछले साल अप्रैल से जुलाई तक चार महीने में तिरंगे समेत खादी के कपड़ों की बिक्री 30 लाख रुपये थी, इस साल दो महीने में ही 40 लाख रुपये की बिक्री हुई है। 
आपको बता दें किइस साल आजादी का 75वां साल मनाया जा रहा है और इसी क्रम में इस समय ‘हर घर तिरंगा’ अभियान चल रहा है। जिसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आग्रह पर इस वर्ष 13 से 15 अगस्त तक लोग अपने घरों और कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इसके लिए शहर में कई जगहों पर राष्ट्रीय ध्वज बेचे जा रहे हैं। साथ ही हर साल लोग खादी भंडार से राष्ट्रीय ध्वज खरीदते हैं। पिछले साल की तुलना में इस साल बिक्री में 50% की वृद्धि हुई है।
खादी भंडार के प्रबंधक गिरधर भाई चौहान ने बताया कि इस साल महज चार-पांच दिनों में खादी भंडार से तिरंगे की खासी बिक्री हुई है. हर साल 15 अगस्त के दौरान खादी भंडार से लगभग 300 तिरंगे बेचे जाते हैं। इस बार अब तक करीब 700 तिरंगे बिक चुके हैं। इसके साथ ही खादी की भी अच्छी बिक्री हुई है। पिछले साल अप्रैल से जुलाई के दौरान खादी भंडार में खादी ऐ सहित 30 लाख रुपये का तिरंगा बिका था. जो इस साल दो महीने में बढ़कर 40 लाख हो गई है, यानी इस साल बिक्री में 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। तिरंगे ज्यादातर हमसे स्कूलों द्वारा खरीदे जाते हैं। और जो लोग बुनी हुई खादी पसंद करते हैं। वे राष्ट्रीय ध्वज के लिए खादी को भी पसंद करते हैं।

Tags: Surat