सूरतः पर्वत पाटिया में लोगों के विरोध के बीच खाड़ी पुल तोड़ा गया

सूरतः पर्वत पाटिया में लोगों के विरोध के बीच  खाड़ी पुल तोड़ा गया

मानसून में खाड़ी के पानी शहर में घुसने पर नगर निगम की कार्रवाई

शहर के पर्वत पाटिया के माधव पार्क सोसायटी के पास खाड़ी ब्रिज तोड़ने आई पालिका कर्मियों को माधव पार्क सोसायटी वासियों के विरोध से माहौल तनाव पूर्ण हो गया।  मनपा के अधिकारियों से नोटिस की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध किया। स्थानीय लोगों ने तर्क दिया कि पुल का निर्माण इसलिए किया गया था क्योंकि हर साल यहां खाड़ी में बाढ़ आती है। हालांकि विरोध के बीच सूरत नगर निगम ने पुल को गिराना शुरू कर दिया और अंततः पुल को तोड़ दिया। 
वृंदावन रेजीडेंसी, निवासी मननीत पटेल ने बताया कि इस पुल से रोजाना 50 हजार लोग आवागमन करते हैं। किसी को बाधा न होने पर भी पुल को तोड़ा जा रहा है। हमने हर जगह प्रदर्शन किया है। हमें कोई नोटिस या लिखित नहीं दिया गया है। यह पुल इस क्षेत्र के 5 हजार घरों में रहने वाले 25 हजार लोगों की जीवन रेखा थी। फिर भी इस पुल को तोड़ दिया गया। 
स्थानीय लोगों ने आगे कहा कि बे ब्रिज से बाढ़ का पानी नहीं आता है। पानी आने का रास्ता दूसरा ही है। जिसे ढूंढ़ने की बजाय पुल को तोड़ दिया गया।  हम इस बात का भी जवाब देंगे कि पालिका बिना लीगल नोटिस दिए चार-पांच लोगों के अनुरोध पर पुल को तोड़ दिया। 
सूरत में मानसून के दौरान नाला बाढ़ के दृश्य सर्जित होते हैं। विशेष रुप से माधवबाग और इसके आसपास के क्षेत्र प्रभावित होते हैं। उस समय माधवबाग सोसायटी के सामने नाले पर बने पुल ही एक रास्ता होता था, जिसे मनपा द्वारा तोड़ दिया गया। 
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