सूरत : वीर नर्मद साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी में जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट को मंजुरी

सूरत : वीर नर्मद साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी में जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट को मंजुरी

कोरोना वायरस का वेरियन्ट ( प्रकार) जानने के लिए जीनोम सिक्वेन्सींग टेस्ट अभी राज्य में एक मात्र गांधीनगर में होता था अब सूरत में भी इस टेस्ट की मंजुरी दी गयी है।

कोरोना वायरस के प्रकार और उसके म्यूटेशन का पूरी तरह से परीक्षण किया जाएगा
गुजरात सरकार ने गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र (GBRC) गांधीनगर के समन्वय से सूरत के वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के बायोटेक विभाग में जीनोम अनुक्रमण परीक्षण करने की मंजूरी दे दी है। यह जीनोम सीक्वेंसिंग प्रयोगशाला कोरोना वायरस के वेरिएंट और वे कितने घातक हैं, इसका परीक्षण करती है। जिसमें वायरस के प्रकार और उसमें किए गए बदलावों की पूरी तरह से जांच की जाती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का दावा है कि कोरोना वायरस का डेल्टा संस्करण दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सभी देशों को चेतावनी दी है कि डेल्टा संस्करण 104 देशों तक पहुंच गया है और जल्द ही दुनिया पर हावी हो जाएगा। 
गुजरात में अहमदाबाद के बाद सूरत शहर में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए। सूरत शहर में जीनोम सिक्वेन्सिंग टेस्ट होता है तो जीस टेस्ट का रिपोर्ट गांधीनगर से दो महीने में आता था वह महज 8 से 10 दिन में आ जाएगा। रिपोर्ट जल्द आने से उस दिशा में तेजी से काम किया जाएगा।
 गांधीनगर में समग्र राज्य से परीक्षण के लिए ज्यादा सेम्पल आते है क्योंकि कोरोना संक्रमण बहुत व्यापक है। जीबीआरसी जीनोम अनुक्रमण के लिए नमूना परीक्षण से भरा हुआ है। ऐसे में अगर सूरत शहर में टेस्ट ऑपरेशन शुरू होता है तो गांधीनगर आने वाले टेस्टींग रिपोर्ट का बोझ कम होगा। अहमदाबाद के बाद सूरत में कोरोना संक्रमण के हालात बेहद भयावह हो जाते हैं। इस लिए सूरत में भी जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशाला शुरू करने की मांग थी, लेकिन प्रयोगशाला के लिए उच्च सुरक्षा मानक का विशेष ध्यान रखना होता। उसके बाद ही परीक्षण के लिए स्वीकृती मिलने की उम्मीद होती है। तमाम मामलों की जांच के बाद सूरत के लिए बड़ी राहत की खबर है की वीर नर्मद दक्षिण गुजरात युनिवर्सिटी में जीनोम सिक्वेसिन्ग की अनुमति प्राप्त हुई है। वीएनएसजीयू के सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग के डॉ प्रवीण दुधागरा ने कहा, "हम हर सोमवार को सभी सीवेज पंपिंग केंद्रों से नमूने एकत्र करेंगे।" कोरोना वायरस की उपस्थिति के लिए नमूनों का परीक्षण किया जाएगा। अभी तक सूएज ट्रिटमेन्ट प्लान्ट से जितने सैंपल लिए गए हैं, उनमें डेल्टा वायरस नहीं मिला है जो हमारे लिए अच्छी खबर है। 
सूरत नगर निगम के उप स्वास्थ्य आयुक्त आशीष नायक ने कहा कि एसएमसी के स्वास्थ्य विभाग ने ट्रिपल-टी रणनीति ( परीक्षण, अनुरेखण और उपचार) जारी रखा है। घर-घर जाकर नियमित रूप से स्वास्थ्य सर्वेक्षण किया जा रहा है। जीनोम लैब को अनुमति देने से बहुत से वास्तविक कार्य आसान हो जाएंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि लंबे समय से चली आ रही सैंपल की जांच के नतीजे जल्दी आएंगे। 
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