सूरत : लोगों की एंटीबॉडी का होगा पहला सिरो सर्वे, कोरोना से लड़ाई में होगा बेहद फायदेमंद

सूरत : लोगों की एंटीबॉडी का होगा पहला सिरो सर्वे, कोरोना से लड़ाई में होगा बेहद फायदेमंद

कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सूरत निगम सक्रिय हो गया है

सूरत शहर जिले में कोरोना का मामला एक अंक में आ गया है। वहीं पालिका संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए  सक्रिय हो गया है। जिसके लिए शहर में CIRO (सिरो) सर्वे किया जाएगा। लोगों के एंटीबॉडीज का पता लगाने के लिए सीरो सर्वे किया जाता है। इस प्रकार का सर्वेक्षण कोरोना  को रोकने में बहुत सहायक होता है। लोगों की एंटीबॉडीज के बारे में सारी जानकारी हासिल कर उस दिशा में कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए ठोस काम किया जा सकता है। यह सर्वे काफी अहम माना जा रहा है। जिसके आधार पर किसी व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में गहन जानकारी प्राप्त की जाती है।
सिरो (CIRO) सर्वेक्षण पूरी तरह से वैज्ञानिक तरीके से किया गया सर्वेक्षण है। कोरोना काल के दौरान कितने लोगों ने एंटीबॉडी विकसित की है और साथ ही कई अन्य विवरण इस सर्वेक्षण से प्राप्त किए जा सकते हैं। सूरत निगम ने निश्चित संख्या में नमूने एकत्र किए हैं और पूरे शहर में एंटीबॉडी पर एक सीरो सर्वेक्षण शुरू किया है।
निगम द्वारा लिए जाने वाले CIRO सर्वे का कार्य एक सप्ताह के भीतर पूरा करने का निर्णय लिया गया है। 50 समूहों तक की पहचान की जाएगी। प्रत्येक क्लस्टर से 34 सैंपल तक लिए जाएंगे। 50 टीमें बनाई गई हैं। लैब टेक्नीशियन, मोटिवेटर, सुपरवाइजर समेत अन्य स्टाफ का समावेश होगा।
सूरत निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप उमरीगर ने बताया कि सूरत समेत चार अन्य जिलों में सीआइआरओ सर्वे शुरू कर दिया गया है। 50 टीमें बनाकर करीब 1800 सैंपल लिए जाएंगे। हमने उन लोगों की भी पहचान की है जिनकी सभी समूहों के लिए एंटीबॉडी जांच की जानी है। इसके आधार पर हमने एक सप्ताह के भीतर CIRO सर्वेक्षण पूरा करने का निर्णय लिया है।
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