सूरत : कभी फर्जी वीज़ा के बारे में सुना है?, विदेश नौकरी के लालच में लोग फंसते हैं, जानें क्या हुआ

सूरत : कभी फर्जी वीज़ा के बारे में सुना है?, विदेश नौकरी के लालच में लोग फंसते हैं, जानें क्या हुआ

केनेडा में 1.50 लाख की नौकरी का लेटर बताया, लोकडाउन होने से वीजा नहीं मिला बोलकर नकली वीजा व्हाट्सएप किए

आए दिन लोग नौकरी के बहाने ठगे जाते हैं। नौकरी पाने की आशा में कई लोग अपनी सालों से बचाई हुई पूंजी से भी हाथ धो बैठते है। कुछ ऐसा ही हुआ वराछा के दो युवकों के साथ, जिन्हें विदेश में नौकरी मिलने की लालच में 60 हजार गँवाने की नौबत आई हैं। 
विदेश में नौकरी करने के लिए किया था इरफान का संपर्क'
विस्तृत जानकारी के अनुसार, वराछा के एल एच रोड पर स्थित रंग अवधूत सोसाइटी में रहने वाले और लेस पट्टी का धंधा करने वाले विनोद डोबरिया और जयेश रांक ने विदेश में नौकरी हेतु फरवरी 2020 में आदम मोहम्मद इरफान इस्माइल का संपर्क किया था। इरफान ने केनेडा और यूरोप में अच्छी नौकरी की लालच देकर वीजा और अन्य खर्च सहित प्रति व्यक्ति 4.50 लाख का खर्च होने की बात कही थी। इसके अलावा दोनों को अपनी बात में लेने के लिए इरफान ने दो - तीन व्यक्तियों के जॉब ऑफर लेटर और वीजा भी बताए थे। इरफान ने दोनों को अपनी बात में लेकर एडवांस के तौर पर 70 हजार रुपए लिए थे। दो दिन के बाद ही केनेडा की वेंचयूरा फूड्स कंपनी का जॉब लेटर व्हाट्सएप पर भेजा था। 
नकली वीजा व्हाट्सएप किए; दर्ज हुई शिकायत
हालांकि इसके बाद लोकडाउन आने के कारण केनेडा में वीजा का काम बंद होने का बहाना देकर इरफान ने इंग्लैंड के लक्ज़मबर्ग नाम के देश का वीजा दोनों को व्हाट्सएप किया था। गिनती के समय में वीजा मिलने के कारण विनोद को शक गया था, जिसके चलते विनोद ने अम्बेसी से जानकारी ली। जहां विनोद को पता चला की उन्हें जो वीजा मिला हैं वह नकली हैं। जिसके चलते विनोद ने अमरोली पुलिस स्टेशन में आवेदन दिया था। पुलिस में आवेदन देने पर इरफान ने विनोद को 10 हजार कैश लोटा दिये थे और बाकी की रकम का चेक दिया था, पर चेक रिटर्न हो गया। इस पर इरफान ने कहा की अब वह एक भी पाई नहीं देगा, उनसे जो होता हो करले। इरफान की इस तरह की धमकी के बाद विनोद ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। विनोद की शिकायत के आधार पर पुलिस ने इरफान को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की हैं। 
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