सूरत : अमेजन फैसिलिटी सेंटर की स्थापना का लाभ एमएसएमई इकाइयों को होगा : विजय रुपाणी

सूरत :  अमेजन फैसिलिटी सेंटर की स्थापना का लाभ एमएसएमई इकाइयों को होगा : विजय रुपाणी

मुख्यमंत्री ने सूरत में गुजरात के पहले नवनिर्मित अमेजन डिजिटल सेंटर का किया उद्घाटन

कोरोना काल में भी गुजरात ने अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी नहीं पड़ने दी
सूरत में अमेजन फैसिलिटी सेंटर की स्थापना का लाभ प्राप्त होने से सूरत में कार्यरत 41 हजार से अधिक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) इकाइयों सहित राज्यभर की एमएसएमई इकाइयों को अपने उत्पादों की बिक्री के लिए ग्लोबल प्लेटफॉर्म उपलब्ध होगा। यह बात उन्होंने सूरत में गुजरात के पहले नवनिर्मित अमेजन डिजिटल सेंटर का गुरुवार को गांधीनगर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सूरत में इस पहले डिजिटल सेंटर के प्रारंभ होने से ‘गुजरात फर्स्ट’ की परंपरा के ताज में एक और नगीना जुड़ गया है।
उन्होंने कहा कि सूरत पूरे देश में ‘मिनी इंडिया’ के नाम से जाना जाता है। देश के विभिन्न राज्यों के लोग डायमंड, टेक्सटाइल और जरी उद्योग में रोजगार के लिए सूरत आकर बसे हैं। सूरत में ग्लोबल ट्रेड ई-कॉमर्स लीडर कंपनी अमेजन के डिजिटल ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत होने से छोटे और मध्यम स्तर के उद्योगों को फायदा होगा। नियोजकों और उद्योगपतियों को अमेजन जैसी वैश्विक कंपनी का सहयोग प्राप्त होने से व्यापार विस्तार और विकास के नए द्वार खुलेंगे। 
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज पूरी दुनिया एक बाजार है। इस सेंटर की प्रशिक्षण और मदद के जरिए गुजरात के छोटे व्यापारी और आदिवासी समाज के हस्तकला कारीगर अपनी चीजों को विश्व बाजार में बेच सकेंगे। सेंटर के कार्यरत होने से रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि यह डिजिटल केंद्र एमएसएमई क्षेत्र के नियोजकों को ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए प्रशिक्षण, मार्गदर्शन और आवश्यक संसाधन एक छत के नीचे उपलब्ध कराएगा। 
उन्होंने कहा कि कोरोना की वैश्विक महामारी के चलते पिछले दो वर्ष से पूरी दुनिया में आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं, लेकिन व्यापार और वाणिज्य तो गुजरातियों के जीन्स में है और गुजराती आपदा को अवसर में पलटने का सामर्थ्य रखते हैं। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर डिजिटल लेनदेन और ई-कॉमर्स आवश्यक बन गया है। कोरोना काल में जहां पूरी दुनिया में आर्थिक गतिविधियां मंद पड़ गई थी, वहीं ‘न झुकना है, न रुकना है’ मंत्र को लेकर राज्य सरकार ने पूरी सतर्कता और सुरक्षा के साथ गतिविधियां जारी रखते हुए राज्य की अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी नहीं पड़ने दी है। 
श्री रूपाणी ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को पूरा करने में गुजरात अपना योगदान दे रहा है। वर्ष 2020-21 में देश में हुए कुल औद्योगिक पूंजीनिवेश में से 37 फीसदी हिस्सा गुजरात में आया है। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) हासिल करने के मामले में गुजरात लगातार चार वर्षों से देशभर में आगे है। कोरोना काल में भी लगातार दूसरे वर्ष सबसे ज्यादा एफडीआई प्राप्त कर गुजरात अव्वल रहा है। राज्य सरकार की पारदर्शी नीतियों और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस यानी कारोबार सुगमता के परिणामस्वरूप गुजरात निवेश का श्रेष्ठ गंतव्य बना है। अब ई-कॉमर्स के क्षेत्र में भी इस डिजिटल सेवा केंद्र का लाभ एमएसएमई उद्योगों और अन्य छोटे-बड़े व्यापारियों के लिए विन-विन सिचुएशन का निर्माण करेगा। 
अमेजन इंडिया को सूरत में इस केंद्र की स्थापना के लिए बधाई देते हुए श्री रूपाणी ने कहा कि गुजरात ने ऑटोमोबाइल, केमिकल्स, फार्मास्युटिकल, टेक्सटाइल, सिरामिक, नवीकरणीय ऊर्जा, मेरिटाइम और शहरी विकास जैसे क्षेत्रों में अग्रिम स्थाना बनाया है। उन्होंने कहा कि गुजरात की 1 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयों को अमेजन द्वारा निर्मित वेयरहाउसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और रोबस्ट सप्लाई चेन नेटवर्क का लाभ मिलने के साथ वैश्विक अवसर भी उपलब्ध होंगे। 
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