सूरत : डॉलर के मूल्य गिरने से रफ की पुरानी खरीदी महंगी हुई, छोटे उद्यमी परेशान

सूरत : डॉलर के मूल्य गिरने से रफ की पुरानी खरीदी महंगी हुई, छोटे उद्यमी परेशान

पॉलिश्ड रफ कीमतों में 4-5 फीसदी की गिरावट से मैन्युफैक्चरिंग की रफ्तार हुई धीमी

 रफ की पुरानी खरीददारी डॉलर के मूल्य गिरने के बाद अब और महंगी होती जा रही है और इसने छोटे उद्यमियों को दुविधा में डाल दिया है। डॉलर में चार से पांच प्रतिशत की गिरावट और नए टेन्डर में भी कम कीमतों के साथ लाभ मार्जिन नगण्य है। रफ से पॉलिश्ड तैयार होकर बाहर में डेढ़ महीने का समय लगता है। पिछले महीने डॉलर ने  74.75 पैसे पर रफ खरीदने वाले छोटे मैन्युफैक्चर्स के लिए अभी बाजार में पॉलिश्ड बेचने जाए तो वे नहीं बेच सकते ऐसी स्थिति हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि डॉलर वर्तमान 72.80 पैसा हो गया है। 4-5 फीसदी का सीधा नुकसान हुआ है।
डॉलर के अवमूल्यन के बाद रफ खरीदारी सस्ती हो जाती है। लेकिन डॉलर के गिरने पर कोई भी नया खरीदने का जोखिम नहीं उठाता। बाजार के टूटने की आशंका अभी भी बनी हुई है। डॉलर में गिरावट के कारण तैयार माल में 4 फीसदी की गिरावट आई है। लेकिन 8 फीसदी कम कीमतों पर भी लेने से लोग डर रहे हैं। डॉलर में गिरावट ने मैन्युफैक्चर्स को उत्पादन धीमा करने के लिए मजबूर किया है, और पिछले छह दिनों में पॉलिश उत्पादन में 20 से 25 प्रतिशत की गिरावट आई है। दरअसल, डॉलर की तेजी और गिरावट छोटे मैन्युफैक्चर्स को परेशान करती है। अधिक कीमत की खरीद के कारण मैन्युफैक्चर्स बाजार में टिके नहीं रह सकते।
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