सूरत : त्योहारों के चलते कपड़ा कारोबार में आई तेजी

सूरत : त्योहारों के चलते कपड़ा कारोबार में आई तेजी

60 दिनों में टेक्सटाइल उद्योग अग्रणियों को आठ हजार करोड़ के व्यापार की उम्मीद

सूरत : त्योहारों के चलते कपड़ा कारोबार में आई तेजी
खरीददारी के कारण व्यापारियों को मिली राहत 
कोरोना के कारण प्रभावित जनजीवन अब धीरे-धीरे पटरी पर आ रहा है। अब तक वित्तीय मंदी और कोरोना के कारण ठप्प हुआ टेक्सटाइल उद्योग में की रौनक लौटने लगी है। सूरत के टेक्सटाइल मार्केट व्यापारियों ने बाहरी राज्यों से खरीदी निकलने से राहत की सांस ली है। अगले 60 दिनों में टेक्सटाइल उद्योग अग्रणियों को आठ हजार करोड़ के व्यापार की उम्मीद है। 
सूरत टेक्सटाइल उद्योग देश-दुनिया में प्रख्यात है। पहले नोटबंदी, इसके बाद जीएसटी और बाद में कोरोना ने टेक्सटाइल उद्योग की कमर तोड़ दी थी। कोरोना की पहली लहर से टेक्सटाइल उद्योग उभर पाता उतने में ही दूसरी लहर ने टेक्सटाइल उद्योग को ठप्प कर दिया। महानगरों में आंशिक लॉकडाउन और अन्य राज्यों में लागू संपूर्ण लॉकडाउन के कारण व्यापारी चितिंत हो गए थे। बाहरी ऑर्डर भी रद्द होने के कारण व्यापारियों का माल अटक गया। वहीं अन्य राज्यों से आने वाले व्यापारियों का सूरत आना भी बंद होने से सूरत टेक्सटाइल उद्योग की दयनीय हालत हो गई थी।
कोरोना संक्रमण घटने से सूरत सहित अन्य शहर और राज्यों में स्थिति में सुधार आया है। जिसके कारण अब मार्केट गुलजार हो गए है। सूरत के टेक्सटाइल उद्योग को अगले 60 दिनों मं अच्छी कारोबार की उम्मीद है। टेक्सटाइल उद्यमियों का कहना है कि नवरात्रि, दुर्गा पूजा और दिवाली तक टेक्सटाइल उद्योग को 8 हजार करोड़ का कारोबार हो सकता है। अलग-अलग राज्यों से सूरत टेक्सटाइल के व्यापारियों को आर्डर मिलते है। जिसमें तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश, केरला और कर्नाटक सहित बिहार जैसे राज्यों से बड़े पैमाने पर साड़ी और कपड़ा का आर्डर दिवाली में सात दिन पहले ही मिलना शुरू हो जाते है। फिलहाल हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों से पंद्रह दिन बाद ग्राहकी निकलेंगी। इसके कारण सूरत के कपड़ा बाजार को करीबन 8 हजार करोड़ का व्यापार मिलने की उम्मीद है। 
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