सूरत : कल के विसर्जन को लेकर शहर तैयार, लोगों में उत्साह और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 13 हजार से अधिक पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात, संवेदनशील इलाकों की ड्रोन से होगी निगरानी

सूरत : कल के विसर्जन को लेकर शहर तैयार, लोगों में उत्साह और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 13 हजार से अधिक पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात, संवेदनशील इलाकों की ड्रोन से होगी निगरानी

पुलिस कर्मियों और रैपिड एक्शन फोर्स की एक कंपनी को शहर की सुरक्षा-व्यवस्था में तैनात किया जाएगा, हाईवे पर ही 82 कैमरे लगाए जाएंगे

कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों के दौरान प्रतिबंधों के कारण सूरत के लोग अपने पसंदीदा गणेशोत्सव को उस रंगरूप में नहीं मना पाए जैसा वो करते है पर इस साल सूरत ने दो सालों का कसर निकाल लिया। इस साल लोगों ने जमकर अपना पसंदीदा गणेशोत्सव मनाया। इसी के तहत सूरत में श्रीजी की 65,000 से अधिक छोटी मूर्तियां स्थापित की गई हैं। कल प्रथम पूज्य अराध्य के विदाई का समय है। ऐसे में सूरत पुलिस ने यह सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत व्यवस्था की है कि भगवान गणेश की विदाई बिना किसी रोक-टोक के, निर्विघ्न हो जाए। ऐसे में 13,000 से अधिक पुलिस कर्मियों और रैपिड एक्शन फोर्स की एक कंपनी को शहर की सुरक्षा-व्यवस्था में तैनात किया जाएगा। यह भी कहा गया है कि तालाबों में विसर्जन के दौरान जनता को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

आपको बता दें कि दो साल के बाद अब लोगों में गणेशोत्सव को लेकर अच्छा-खासा उत्साह देखा गया। इस कारण इस साल मूर्तियों की संख्या बढ़ गई है। कई गणेश आयोजक श्रीजी की विसर्जन यात्रा का आयोजन करते हैं और उनकी मूर्ति को एक कृत्रिम झील में विसर्जित करते हैं। इस वर्ष कुल 5233 आयोजकों ने विघटन की अनुमति मांगी है, सूरत पुलिस ने 4255 को अनुमति दी है। जबकि शेष प्रक्रिया जारी है। ऐसे में गणेश विसर्जन को लेकर शुक्रवार को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 12328 जवानों को तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही रैपिड एक्शन फोर्स और एसआरपी के जवान भी हथियारों से लैस होंगे। इस बार हाईवे पर ही 82 कैमरे लगाए जाएंगे। साथ ही 15 ड्रोन संवेदनशील इलाकों में कैमरों से नजर रखेंगे। 5 फीट से अधिक ऊंची मूर्तियों को विसर्जन का समय व मार्ग दिया जाएगा। विसर्जन की स्वीकृति के लिए अब तक 5233 आवेदन आ चुके हैं। जिसमें से 4255 स्वीकृत हो चुके हैं और शेष प्रक्रिया जारी है। हजीरा तट पर बड़ी मूर्तियों के डुमा विसर्जित किए जाएंगे। पुलिस के साथ दमकलकर्मी 3 नावों से समुद्र और तापी नदी में गश्त करेंगे।

इस तरह होगी यात्रा मार्गों की व्यवस्था


बता दें कि ऐसे में गणेश विसर्जन को लेकर शुक्रवार को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 2 अतिरिक्त सीपी; 16 डीसीपी {28 एसीपी; 95 पीआई; 237 साई; 5000 पुलिसकर्मी; 5600 होमगार्ड; 1350 टीआरबी; 3500 एफओपी; एसआरपी के 14 दस्ते (एक दस्ते में 72 कर्मी हैं); 1 रैपिड एक्शन फोर्स (एक बल में 70 कर्मी होते हैं) कार्यरत रहेंगे।

15 ड्रोन कैमरों से करेंगे संवेदनशील इलाकों की निगरानी 

 

सूरत पुलिस इस साल तीन नावों के जरिए समुद्र और तापी नदी में गश्त करेगी। संवेदनशील इलाकों में 15 ड्रोन कैमरे रखेंगे नजर रखा जायेगा। `पुलिस की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम सोशल मीडिया पर लगातार नजर रखेगी।
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