सूरतः कार रेंटल फ्रॉड के बड़े रैकेट का पर्दाफाश, 1 आरोपी गिरफ्तार, 200 कारें बरामद

सूरतः कार रेंटल फ्रॉड के बड़े रैकेट का पर्दाफाश, 1 आरोपी गिरफ्तार, 200 कारें बरामद

ऊंचे किराए का लालच देकर लोगों की कारों को बेचने के रैकेट का पर्दाफाश करके पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया

20 हजार से 50 हजार रुपये प्रति माह तक का किराया देने का प्रलोभन दिया था
सूरत शहर में टीजी सोलर नाम की फर्जी कंपनी के नाम पर चार पहिया कार को ऊंचे दाम पर किराए पर देने का लालच में ठगों के एक गिरोह ने 264 चौपहिया कार प्राप्त करके उसे तुरंत बेच दी या गिरवी रख दी थी। इस मामले की शिकायत होने पर सूरत पुलिस ने अपराध का भंडाफोड़ करके आरोपी को हिरासत में लिया और 200 कारे बरामद की।
सूरत के पुलिस आयुक्त अजय कुमार तोमर को मिली शिकायत के आधार पर पुलिस ने गुप्त अभियान चलाया और केतुल परमार को गिरफ्तार कर लिया। उसकी पुछताछ के बाद कार रेंटल फ्रॉड के बड़े रैकेट का पर्दाफाश करने में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने गुजरात और महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों से 200 कारों को जब्त कर वाहन मालिकों को लौटाना शुरू कर दिया है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किया गया केतुल परमार सूरत का रहने वाला है। भरूच के झघड़िया में स्थित टीजी सेलर प्राईवेट कंपनी से चार पहिया वाहन किराए पर लेने का ठेका मिला है, ऐसा कहकर वह लोगों को 20,000 रुपये से 50,000 रुपये प्रति माह का उच्च किराया देने के सपने दिखाकर धोखा षडयंत्र रच रहा था। दिसंबर 2020 से अप्रैल 2021 की छोटी अवधि के दौरान, सूरत, नवसारी और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से कुल 264 अलग-अलग चार पहिया कारों को किराए पर लेकर  उन कारों के मालिकों को शुरू में एक या दो महीने का किराया दिया गया। फिर उसने कार मालिकों को अंधेरे में रखा और उनके कुछ वाहनों को बिना उनकी जानकारी के जाली हस्ताक्षर करके बेच दिया और उनमें से कुछ को गिरवी रख दिया।  उसके बाद कामरेज टर्निंग पॉइंट कॉम्प्लेक्स में अपना कार्यालय बंद कर दिया और भाग गया।
गिरोह के शिकार हुए कार मालिक सामान्य मध्यम वर्ग के लोग पाए गए। उनमें से कई लोगों ने अपनी जीवन की पूंजी से इन वाहनों को खरीदा और कोरोना महामारी के दौरान अन्य व्यवसायों को बंद कर दिया ताकि वे अपने परिवार के सदस्यों का गुजारा करने के लिए वाहन किराए पर दिए।
जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि टीजी सोलर प्राइवेट लिमिटेड नाम की कोई कंपनी झघड़िया में नहीं है और आरोपी बोटाद में होने का खुलासा हुआ। सूरत पुलिस ने बोटाद पुलिस की मदद सेआरोपी केतुल प्रवीणभाई परमार (निवास भवन संख्या 6 शुभम रो हाउस लसकाना गाम कामरेज जिला सूरत मूल निवास मेगाड ता वडगाम जिला बनासकांठा) को  गिरप्तार किया।
सूरत पुलिस ने आरोपी केतुल को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच की जा रही है। आरोपी से पूछताछ में पता चला है कि उसने और सदरहु अपराध के वांछित आरोपी ने मिलकर अपने कामराज टर्निंग प्वाइंट कॉम्प्लेक्स कार्यालय में वाहन के मालिकों के साथ साजिश रची थी। वाहन मालिकों से कहता था की टीजी सोलर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी जो भरूच में स्थित है उस कंपनी में कार सप्लाय करने का उसने अनुबंध प्राप्त किया है। उसने कार मालिकों को उच्च मासिक किराए का लालच देकर किराये का समझौता किया और धोखाधड़ी की योजना बनाई।
सूरत पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में आर्थिक प्रकोष्ठ और एसओजी के जवानों की अलग-अलग टीमें गठित करके उन टीमों को गुजरात के  बोटाद, भावनगर, ढोलका, धंधुका, घोघा, राजकोट, जामनगर, अहमदाबाद ग्रामीण इलाकों, कामरेज और सूरत ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ बारडोली और महाराष्ट्र के नंदुरबार, जालगांव, नवापुर आदि ग्रामीण इलाकों में रवाना करके आरोपियों ने कुल 264  कारों की बिक्री की थी जिसमें से साढ़े चार करोड़ मूल्य के 200 वाहन जब्त कर वाहन मालिकों को वापस करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
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