सूरत : वड़ताल अनुमंडल के स्वामीनारायण मंदिर के स्वामी पर हमला

सूरत : वड़ताल अनुमंडल के स्वामीनारायण मंदिर के स्वामी पर हमला

सूरत के मोटा वराछा में वड़ताल अनुमंडल के स्वामीनारायण मंदिर में स्वामी को कुछ हरिभक्त परेशान कर रहे थे मामला हाथापाई तक पहुंचने पर पुलिस शिकायत दर्ज हुई

मंदिर में तोड़फोड़ व चोरी के आरोप में 24 हरिभक्तों के खिलाफ अपराध दर्ज
सूरत के मोटा वराछा में राजहंस टावर के सामने वड़ताल अनुमंडल के स्वामीनारायण मंदिर में पिछले डेढ़ महीने से स्वामी को कुछ हरिभक्त परेशान कर रहे थे। हरिभक्त स्वामी की पिटाई के साथ-साथ मंदिर में चल रही पूजा, गृह-हवन में विघ्न डाल रहे थे। इतना ही नहीं वह स्वामी को अप शब्द कहकर धार्मिक भावनाओं को आहत कर रहा था। डेढ़ महीने से पुलिस गश्त के बाद पुरुष हरिभक्त महिला हरिभक्तों के साथ मंदिर में तोड़फोड़ और चोरी कर रहे हैं। आखिर इस मामले में 24 लोगों के खिलाफ रायोटिंग और चोरी का मामला दर्ज कर कानुनी कार्यवाही शुरू की है। 
अमरोली पुलिस ने बताया कि मोटा वराछा लाजमणि चौक के पास राजहंस टावर के सामने स्वामीनारायण मंदिर निवासी निर्दोषचरणदासजी गुरुस्वामी लक्ष्मी प्रसाद दासजी स्वामी 2011 में यहां आए थे। उन्होंने हरिभक्तों के छोटे और बड़े दान से मंदिर की स्थापना के लिए 2011 और 2014 के बीच अथक परिश्रम किया और 2014 में मंदिर में एक विलेख किया गया।जिसमें उस समय लिखा था कि भविष्य में इस मंदिर का लक्ष्मीदेव नारायण ट्रस्ट वड़ताल में विलय कर दिया जाएगा। वड़ताल के लक्ष्मीदेव नारायण ट्रस्ट के साथ मंदिर का विलय करने पर 50 हरिभक्तों ने विरोध किया कि मंदिर को यहां के प्रशासन के अधीन रहना चाहिए। जिसके लिए  5000 से अधिक हरिभक्त सहमत थे। वड़ताल में लक्ष्मीदेव नारायण ट्रस्ट के साथ वर्तमान में मंदिर का विलय कर रहे 50 हरिभक्तों ने विरोध किया कि मंदिर को इसके प्रशासन के अधीन रहना चाहिए। जबकि 5000 से अधिक हरिभक्त सहमत थे। पिछले डेढ़ माह से धरना प्रदर्शन कर रहे करीब 50 श्रद्धालु द्वारा स्वामी को किसी ना किसी रूप में प्रताड़ित कर रहे थे। हालांकि, स्वामी द्वारा पुलिस को सूचित करने के बाद पुलिस द्वारा बंदोबस्त की व्यवस्था की गई। लेकिन तब महिला हरिभक्तों की आड में पुरुष हरिभक्त मंदिर में स्वामी को परेशान करते थे। होम-हवन की पूजा को बाधित किया और यहां तक ​​कि उनके साथ हाथापाई भी की। इसके अलावा वे स्वामी पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाकर मंदिर में तोड़फोड़ कर रहे थे। उन्होने कुछ सामान भी चुरा लिया।  आखिरकार स्वामी की शिकायत के बाद अमरोली पुलिस ने 24 हरिभक्तों के खिलाफ दंगा और चोरी का मामला दर्ज किया और पीएसआई ए के कुवाड़िया ने आगे की कार्रवाई शुरू की है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पिछले डेढ़ महीने से धरना प्रदर्शन जारी होने के कारण मंदिर के बाहर पिछले डेढ़ महीने से पुलिस घेराबंदी कर दी गई थी। पुरुष हरिभक्त महिला हरिभक्तों को आगे करके स्वामी को परेशान कर रहे थे।  परेशान करने वाले स्वामी से कहते थे कि पुलिस महिलाओं के साथ कुछ नहीं करेगी और उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी। इसलिए अंततः पुलिस को हरिभक्तों के खिलाफ कानूनी अपराध दर्ज करने के लिए मजबूर होना पड़ा।  आखिर पुलिस ने महिला सहित 24 हरिभक्तों के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कर कार्यवाही शुरू की है। 
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