सूरत : जिले 40 लाभार्थियों को 'कुंवरबाई नु मामेरू' योजना के तहत सहायता

सूरत : जिले 40 लाभार्थियों को 'कुंवरबाई नु मामेरू' योजना के तहत सहायता

योजना की मदद से परिवार को मिला आर्थिक सहयोग : अनीशबेन फणसिया

 सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग को लाभ मिल रहा है। जिसमें 'कुंवरबाई नु मामेरू' के तहत सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग को कन्या के विवाह के अवसर पर होने वाले मामेरा खर्च के रुप में 10 हजार रुपये तक की सहायता दी जाती है। कार्यान्वयन कार्यालय उप निदेशक अनुसूचित जाति कल्याण कार्यालय द्वारा गत वर्ष 2020-21 में कुल 30 महिला एवं चालू वर्ष 2021-22 में 10 महिलाओं को सहायता राशि प्रदान की गई है।
मूल रूप से कोसाम्बा तरसाड़ी की रहने वाली 32 वर्षीय लाभार्थी फणसिया अनीशाबेन वर्तमान में अपने पति नितिन कुमार के साथ उधना में रहती हैं। उन्होंने कहा, 'कुंवरबाई के मामेरू' योजना के तहत, हमने शादी के छह महीने बाद फरवरी 2020 में फॉर्म भरा और छह से आठ महीने की अवधि के भीतर पैसा सीधे बैंक खाते में जमा कर दिया गया। योजना से मिले सहायता से हमें आर्थिक आधार मिला है। सूरत की एक अन्य लाभार्थी, 26 वर्षीय अपेक्षाबेन सोलंकी, जो वर्तमान में कच्छ के गांधीधाम में रहती हैं, ने कहा, "मेरी शादी 27 फरवरी, 2020 को पिंटू पारनेरिया से हुई थी। हमने शादी के कुछ समय बाद ही कुंवरबाई की मामेरू योजना के लाभ के लिए आवेदन किया था। जिसे महज 6 से 7 महीने की छोटी सी अवधि में मंजूर कर लिया गया। इस योजना से घरेलू साज-सज्जा के उपकरण खरीदने में मदद मिली है।
       सैयदपुरा इलाके की रहने वाली लाभार्थी गीताबेन सोलंकी कहती हैं, कि 'मेरी शादी 2019 में एसएमसी हाइड्रोलिक विभाग में नौकरी करते  गिरधर पारधी के साथ हुई थी।  हमने 2020 के अंतिम महीने में योजना के लाभ के लिए आवेदन किया था। मार्च 2021 तक मंजूरी मिल गई थी। योजना का लाभ उठाकर हमने अपने सपनों का घर बनाने की दिशा में एक कदम बढ़ाया है। इस योजना ने न केवल हमें बल्कि कई जोड़ों की मदद की है। जिसके लिए हम राज्य सरकार के आभारी हैं।'
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