सूरत और उधना रेलवे स्टेशन का होगा नवीनीकरण, जानें क्या होंगे बदलाव

सूरत और उधना रेलवे स्टेशन का होगा नवीनीकरण, जानें क्या होंगे बदलाव

तकरीबन 1285 करोड़ के खर्च के साथ आने वाले चार सालों में तैयार होगा प्रोजेक्ट

भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम (IRSDC) द्वारा सूरत में सूरत और उधना रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए रिक्वेस्ट फॉर क्वालिफिकेशन (RFQ) के रूप में बीड्स मँगवाए गए है। जिसका उद्देश्य उन्हें एक बहु-मॉडल "रेलियो-पोलिस", एक ट्रांसपोर्ट हब में बदलने का है। जिससे यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ व्यावसायिक अवसरों को भी आकर्षित किया जा सके। 
न्यूज वैबसाइट indianexpress।com के अनुसार, देश भर में रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का नेतृत्व करने वाली रेल मंत्रालय की एक नोडल एजेंसी IRSDC ने दावा किया है कि दोनों रेलवे स्टेशनों को चार वर्षों में 1,285 करोड़ रुपये की सांकेतिक लागत पर पुनर्विकास किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, सूरत रेलवे स्टेशन को 3,40,131 वर्ग मीटर के क्षेत्र में विकसित किया जाएगा, जबकि उधना स्टेशन 7,38,088 वर्ग मीटर से अधिक में विकसित होगा। अधिकारियों ने यह भी घोषणा की कि बीड के पहले होने वाली मीटिंग 6 अगस्त को होगी और बीड्स जमा करने की अंतिम तारीख 31 अगस्त होगी। अधिकारियों के अनुसार, यह प्रोजेक्ट बेहतर कनेक्टिविटी, नई ईस्ट वेस्ट रोड कनेक्टिविटी के प्रावधान, यात्रियों के लिए एक केंद्रीय कॉनकोर्स और वॉकअवे, एक इंटरचेंज प्लाजा, बस टर्मिनल, प्रस्तावित मेट्रो, पार्किंग और मनोरंजक क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी। 
IRSDC के एमडी और सीईओ एसके लोहिया ने कहा, "सूरत एक जीवंत वाणिज्यिक और औद्योगिक केंद्र है और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते शहरों में से एक है। सूरत और उधना रेलवे स्टेशन पुनर्विकास परियोजना का उद्देश्य स्थानीय अर्थव्यवस्था को और भी अधिक मजबूत करना और शहर की पर्यटन क्षमता को बढ़ावा देना है। स्टेशनों को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के बराबर बदलने और यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए वैश्विक मानकों के अनुरूप पुनर्विकास किया जाएगा। सूरत रेलवे स्टेशन को एक मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) के रूप में पुनर्विकास करने की परिकल्पना की गई है, जिससे यात्रियों को परेशानी मुक्त और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिल सके।
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