सूरत : इस कारण रेलवे गुड्स ट्रांसपोर्ट की जगह ट्रकों से माल भेजने को प्राथमिकता देते हैं कारोबारी

सूरत : इस कारण रेलवे गुड्स ट्रांसपोर्ट की जगह ट्रकों से माल भेजने को प्राथमिकता देते हैं कारोबारी

विशेष पार्सल ट्रेनों की व्यवस्था करने के बाद ट्रांसपोर्टरों ने इस सेवा का लाभ उठाना शुरू कर दिया था

रेलवे द्वारा कपड़ा सामानों के लिए विशेष पार्सल ट्रेनों की व्यवस्था करने के बाद ट्रांसपोर्टरों ने इस सेवा का लाभ उठाना शुरू कर दिया। लेकिन बाद में बुकिंग के बावजूद पार्सल आवंटित नहीं किया गया और किराये की दरों में वृद्धि के बाद एक बार फिर व्यापारी अपने पुराने रीत की ओर वापस लौटते हुए ट्रकों के माध्यम से पार्सल भेजना शुरू कर दिया गया है।


आपको बता दें कि उधना, गंगाधारा और चलथन में विशेष सुविधाएं स्थापित करने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में लगभग 100 माल पार्सल ट्रेनें भेजी गईं। सूरत बाजार के व्यापारियों के पार्सल ट्रेन से भेज जा सके यह एक बड़ा उद्देश्य था। साथ टेक्सटाइल के पार्सल जल्दी और कम कीमत पर इस सुविधा से आसानी से पहुंचने में सक्षम थे, इसलिए ट्रांसपोर्टर भी इसका फायदा उठा रहे थे और एडवांस बुकिंग कर चुके थे।

इस कारण से कम हुई ट्रेन की मांग


हालांकि इस दौरान पार्सल समय पर उपलब्ध नहीं होने के कारण ट्रांसपोर्टरों ने फिर से ट्रकों के माध्यम से माल भेजना शुरू कर दिया है। एक ट्रांसपोर्टर ने बातचीत में कहा। अलग-अलग ट्रेनों के जरिए हर हफ्ते 20 हजार पार्सल भेजे जाते हैं, जबकि सूरत से ट्रकों के जरिए चार गुना ज्यादा पार्सल भेजे जाते हैं। किराए में ढाई गुना बढ़ोतरी के बाद ट्रांसपोर्टरों ने ट्रेन सेवा का इस्तेमाल कम कर दिया है।
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