सूरत : बिल्डर ने 34 लाख की दुकान देने के बाद दूसरे को दस्तावेज कर धोखाधड़ी की

सात साल बाद बिल्डर के खिलाफ दर्ज कराई धोखाधड़ी की शिकायत

डिंडोली क्षेत्र में मार्क प्वाइंट प्रोजेक्ट एवं मंगलम पार्क प्रोजेक्ट में चल रहे मिट्टी की खुदाई एवं भराव का कार्य कराने के बाद बिल्डर ने  रुपये के बदले एक दुकान दी थी। दिए गए दुकान को बिल्डर ने दस्तावेज के साथ किसी और को बेचकर धोखाधड़ी की। इसकी जानकारी होने पर बिल्डर ने समाधान के रुप में देना बैंक का बंद खाता मिट्टी आपूर्तिकर्ता को लौटा दिया। जिससे करीब 7 साल बाद मिट्टी आपूर्तिकर्ता ने न्याय  के लिए डिंडोली पुलिस का दरवाजा खटखटाया। पुलिस ने धोखाधड़ी और विश्वासघात  का अपराध दर्ज कर आगे की जांच कर रही है।
बच्चूभाई नरजी सुंदरजी (उम्र-50, धांधा-व्यापार, निवासी- 131 वंजारा वास, तापी किनारे, सिंगणपुर-डभोली, सूरत) ने बताया कि वह मूल गांव-चंद्रेलिया ता.मुली, जिला-. सुरेंद्रनगर के रहने वाले हैं। पिछले कई वर्षों से निर्माण स्थल पर मिट्टी की आपूर्ति, उत्खनन सहित व्यापार में शामिल है। वर्ष 2012 में, उन्हें सूरत के बिल्डर   रवि उर्फ ​​लालू रजनीकांत देसाई एवं रजनीकांत अंबेलाल देसाई  (निवासी- 20 संकल्प बंगलोज, सेंट जेवियर्स स्कूल के पीछे, घोडदौड़, रोड सूरत),  कीर्तिकुमार रसिकलाल शाह निवासी- 8/1713 डिप्टी ग्रूव गोपीपुरा) के कहने पर डिंडोली-खरवासा रोड पर मार्क प्वाइंट निर्माण स्थल पर  मिट्टी की आपूर्ति, लगभग 34 लाख की खुदाई का काम किया था। बदले में बिल्डर ने दुकान दे दी। हालांकि, 12 महीने बाद, मेरे कब्जे की मेरी दुकान दूसरे को दस्तावेज बनाकर बेच दिया। 
जैसे ही उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हो रही है, उसने बिल्डर को फोन किया तो उसने  ऑफिस में बुलाया और 3 महीने बाद का चेक दिया। इसके बाद  24 लाख रुपये का चेक रिटर्न होने के बाद उसने एक वकील के मार्गदर्शन में अदालत में समझौता कर फिर से दूसरा चेक लिया।दूसरा चेक भी रिटर्न होने के बाद  पुलिस ने न्याय के लिए थाने का दरवाजा खटखटाते हुए रजनीकांत अंबेललाल देसाई, रवि उर्फ ​​लालू रजनीकांत देसाई व कीर्तिकुमार रसिकभाई शाह के खिलाफ मारपीट करने की धमकी देने का मामला दर्ज किया है। 
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