सूरत : छः घंटे के लंबे ऑपरेशन के बाद स्मीमेर अस्पताल के डॉक्टरों ने बचाई एक युवक की जान

सूरत : छः घंटे के लंबे ऑपरेशन के बाद स्मीमेर अस्पताल के डॉक्टरों ने बचाई एक युवक की जान

पेट से लटकते आंत के साथ अस्पताल में भर्ती हुआ था युवक

स्मीमेर अस्पताल में डॉक्टरों ने छः घंटे लंबी सर्जरी के बाद एक युवक की जान बचा ली। एक हफ्ते पहले पेट की निकली हुई आंतों के साथ अस्पताल आये पालनपुर जकातनाका के एक ज्वैलर को छह घंटे की सर्जरी के बाद डॉक्टरों ने बचा लिया।

एक बाइक सवार ने मारा था चाकू


जानकारी के अनुसार पालनपुर जकातनाका क्षेत्र निवासी सागर मल्हार शिंदे (30) जौहरी का काम करता है। गत 31 तारीख की शाम जब सागर घर जा रहा था तभी एक तेज रफ्तार बाइक के आने से सागर बाल-बाल बच गया। इस पर सागर ने बाइक सवार को डांटा। था जिसके जवाब में अज्ञात बाइकर ने सागर पर चाकू से हमला कर दिया। अज्ञात बाइकर ने सागर के पेट में चाकू मारकर घुमा दिया था। जिससे सागर की आंतें बाहर आ गईं। 
इसके बाद 108 की मदद से सागर को स्मीमेंर में स्थानांतरित कर दिया गया था। उस समय सागर की आंतें उनके पेट से बाहर लटकी हुई थीं। जब तक सागर को स्मीमेरे में स्थानांतरित किया गया, तब तक अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी स्थिति बहुत गंभीर हो चुकी थी। इसके बाद सर्जरी विभाग के डॉक्टर तुरंत सागर को ऑपरेशन थियेटर में ले गए और ऑपरेशन शुरू कर दिया। छह घंटे की सर्जरी के बाद डॉ हरीश चौहान, डॉ मिलन, डॉ देवांश सहित डॉक्टरों की एक टीम सागर की जान बचाने में सफल रही।

आंतों की हुई कई जगहों पर मरम्मत


सर्जरी विभाग इकाई-3 के प्रमुख डॉ हरीश चौहान ने कहा कि इस ऑपरेशन में एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टरों ने भी अहम भूमिका निभाई। छह घंटे की सर्जरी में मरीज की बाईं किडनी और अग्न्याशय को निकाल दिया गया। रीढ़ की हड्डी की मांसपेशियों को फिर कई संयुक्त फ्यूजन के साथ मरम्मत की गई। सर्जरी के दौरान मरीज को सात बोतल खून और चार बोतल प्लेटलेट्स (सफेद खून) चढ़ाना पड़ा।
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