सूरत : कर्ज में डूबे होने के कारण शराब के धंधे से जुड़ा व्यापारी, पुलिस ने दबोचा

सूरत : कर्ज में डूबे होने के कारण शराब के धंधे से जुड़ा व्यापारी, पुलिस ने दबोचा

व्यापारी को शराब का स्टॉक देने वाले बूटलेगर को वांटेड जाहीर किया गया

सूरत में कोरोनाकाल में कई लोगों के व्यापार बंद हो चुके है, ऐसे में कई लोग महामारी के कारण बेकार बन चुके है। नौकरी नहीं होने के कारण लोगों को अपने परिवार का गुजारा करना भी मुश्किल हो चुका है। ऐसे में परिवार का गुजारा चलाने के लिए कई लोग बुरे रास्ते पर जाकर गलत कामधंधे भी कर रहे है। महामारी के कारण कई युवाओं द्वारा शराब की खेप मारने के किस्से भी सामने आ रहे है। ऐसे ही एक और व्यक्ति को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, सूरत के डिंडोली इलाके में स्थित श्यामवीला सोसाइटी में रहने वाले मुकेशकुमार राधेश्याम सामरा पिछले कई सालों से साड़ी का व्यापार करते है। हालांकि लोकडाउन के कारण उनका बिजनेस बिगड़ गया था और उनके सर पर काफी कर्ज हो चुका था। इस लिए उन्होंने आर्थिक तंगी में से बाहर आने के लिए शराब का व्यापार शुरू किया। मुकेश ने अपनी गाड़ी में ही शराब का स्टॉक सँभाल कर रखा था। 
इस बारे में पुलिस को जानकारी मिल गई और पुलिस ने व्यापारी को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू कि थी। जिसमें व्यापारी ने खुद शराब का धंधा शुरू किए होने की बात कबूल की थी। पुलिस ने 2.77 लाख के मुद्दामाल के साथ व्यापारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की थी। हालांकि पुलिस को अब तक व्यापारी को शराब का स्टॉक देने वाले बूटलेगर नहीं मिला है। पुलिस ने बूटलेगर आयुष को वांटेड जाहीर कर उसे पकड़ने की कार्यवाही तेज की है। हालांकि यह पहला केस नहीं है जब आर्थिक परिस्थिति बिगड जाने के कारण व्यापारियों ने शराब का बिजनेस शुरू किया हो। इसके पहले भी कई व्यापारी शराब का व्यापार करते हुये पुलिस के द्वारा रंगे हाथों पकड़े गए है।