सूरतः तौकते तूफान को लेकर 40 गांव अलर्ट, एनडीआरएफ की टीम तैनात, तटीय लोगों का स्थानांतरण

सूरतः तौकते तूफान को लेकर 40 गांव अलर्ट, एनडीआरएफ की टीम तैनात, तटीय लोगों का स्थानांतरण

स्थानांतरण के लिए 28 स्थान तैयार किए गए

तौकते तूफान के 18 मई को गुजरात से गुजरने की संभावना है। नतीजतन, सूरत में रविवार से तीन दिनों तक बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। जिसके बाद सूरत जिले के तीन तहसीलों के तट से सटे  40 गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। तूफान की स्थिति में  निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम भी तैनात की गई है। मछुआरों को भी समुद्र से वापस बुला लिया गया है। इसके साथ ही तट के किनारे झींगा तालाबों में रहने वाले 800 मजदूरों को भी स्थानांतरित किया गया है.
अगर तूफान पोरबंदर से टकराकर गुजरता है तो सूरत में गरज के साथ सामान्य बारिश हो सकती है और हवा की गति 30 से 40 तक रहने की संभावना है। पालिका और समाहरणालय ने अभवा, खजोद, मगदल्ला, गवियार-भाठा, डुमस के वलवा फलियु, हलपतीवास- 1 और 2, नौसात, हलपतिवास, पारसी शेरी, भीमपोर, सुल्तानाबाद सहित तट के पास के गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर खाली करने का निर्देश दिया है। 
चक्रवात के दक्षिण गुजरात के तटीय क्षेत्रों को भी प्रभावित करने की संभावना के चलते सभी जिला कलेक्टरों को सतर्क कर दिया गया और एहतियाती कदम उठाने का आदेश दिया गया।  जिसके बाद सूरत के जिला कलेक्टर ने आपात बैठक बुलाई। इस बैठक में सूरत जिले के तीन तहसीलों  चोर्यासी के 8 गांव, ओलपाड के 28 गांव और मजुरा के 4 गांव मिलकर कुल 40 गांव किनारे  होने से सभी गांवों को एलर्ट कर देने की सूचना से प्रशासन सतर्कता के साथ तैयारियों में जुट गई है। 
40 गांवों को अलर्ट करने के अलावा पालिका व मामलातदार, प्रांत अधिकारी की टीम भी तैनात की गई है। मछुआरों को भी समुद्र से वापस बुला लिया गया है। मछुवारों को आगामी 19 मई तक मछली पकड़ने नहीं जाने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा संभावित तूफान की स्थिति को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम ओलपाड पहुंच गई है। यदि स्थिति बिगड़ती है और स्थानांतरण की आवश्यकता होती है तो 28 स्थानों की भी पहचान की गई है।
तूफान के बाद सूरत नगर निगम ने तटीय गांवों डुमस, आभवा, खजोद, जियाव, गभेणी के लोगों को अलर्ट कर दिया है। वहीं, मौजूदा स्थिति को देखते हुए डुमस के साथ-साथ शहर में भी बड़े-बड़े लगाये गये होर्डिंग को उतारने की कार्यवाही शुरु कर दी गई हैं। कोरोना की कार्यवाही के साथ-साथ पालिका की टीम अब तूफान से भी निपटने की तैयारी  शुरू कर दी है।
दमकल विभाग ने तूफान के संभावित प्रभावों को देखते हुए बचाव उपकरणों के साथ 16 टीमों को तैनात किया है। होर्डिंग गिरने, पेड़ गिरने की घटनाओं, नदी-समुद्र में फंसे लोगों की कॉल आदि में मदद के लिए दमकल विभाग की 16 टीमों को तैयार रखा गया है, जिसमें एक टीम में 6 जवानों को रखा गया है।
तूफान से सतर्क प्रशासन ने तट पर रहने वाले सभी लोगों को निकालने का आदेश दिया। तट के साथ सभी झींगा तालाबों में रहने वाले लगभग 800 मजदूरों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। इसके अलावा  जिन लोगों के कच्चे मकान हैं, उनको भी सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं।
तौकते तूफान का असर, तेज हवाओं के साथ हुई बारिश
तौकते तूफान मंगलवार को गुजरात के समुद्री तट से टकरायेएगा, लेकिन इसका असर रविवार को देखने को मिला। सुबह से ही आकाश में काले बादल छाये हुए थे। साथ ही हवा नही चलने से उमस बनी हुई थी। इस बीच तकरीबन दोपहर दो से तीन बजे के बीच आकाश में गड़गड़ाहट के साथ तेज हवाएं चलने लगी।  कुछ ही समय में बारिश भी शुरु हो गई। जिससे मौसम सुहाना हो गया और लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की। इसके बाद देर रात्रि बूंदाबांदी शुरु हो गई। रविवार को दोपहर  हुई बारिश से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि जब तौकते तूफान गोवा और महाराष्ट्र के तट से टकराया तो बारिश हुई तो गुजरात तट से टकराने के बाद क्या स्थिति होगी? 
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