सूरत : बंदूक की नोंक पर अपहरण-सुपारी प्रकरण के 3 आरोपी 22 साल बाद गिरफ्तार

सूरत  :  बंदूक की नोंक पर अपहरण-सुपारी प्रकरण के 3 आरोपी 22 साल बाद  गिरफ्तार

डी.सी.बी. थाने में 1999 में अपराध दर्ज किया गया था, तीनों आरोपियों को मध्य प्रदेश के मुरैना से पकड़ा गया

शहर के वराछा क्षेत्र से 1999 में बंदूक की नोंक पर अपहरण करने और उसे पीटने के लिए सुपारी देने के आरोप में तीन आरोपियों को 22 साल बाद मध्य प्रदेश के मुरैना से गिरफ्तार किया गया है। उल्लेखनीय है कि वतन में जमीन को लेकर चल रहे विवाद की रंजिश में अपहरण व पीटने के लिए 20 हजार की सुपारी दिया गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रामबरन धृतराम कुशवाह (उम्र-29, व्यापार-रत्नकलाकार) एवं  आरोपियों 1999 में वराछा क्षेत्र में एक-दूसरे के आसपास रह रहे थे और वे सभी हीरा घिसने का काम कर रहे थे। रामबरन और आरोपी दूर के रिश्तेदार और भतीजे थे और उनके गृहनगर में जमीन का विवाद था। गिरफ्तार आरोपियों ने आक्रोश में आकर गोकुल भानाभाई भरवाड़ और भरत उर्फ ​​गोपाल रामसिंह राठौड़ रामबरन को अगवा कर उनके साथ मारपीट करने के लिए 20 हजार रुपये दिए।
गोकुल और भरत ने रामबरन के गले में चाकू सटाकर, वराछा लंबेहनुमान रोड से उसका अपहरण कर लिया, जान से मारने की धमकी दी और 10,000 रुपये की फिरौती लेकर फरार हो गए थे।  इस अपराध में आज तक एक आरोपी गोकुल भानाभाई भरवाड़ को गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा सुपारी देने वाला मुख्य आरोपियों ने  सूरत शहर छोड़कर फरार हो गये थे।  गिरफ्तारी से बचने के लिए वह भागते फिर रहे थे। जिससे डीसीबी. पुलिस ने एक निजी मुखबिर के माध्यम से आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई  और दिवाली पर वतन आने की जानकारी के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। 
डीसीबी पुलिस स्टेशन के भागते फिर रहे आरोपियों के बारे में स्कोड के पुलिसकर्मियों के मिली जानकारी के आधार पर आरोपियों को मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के तरेनी गांव से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में होतमिंग उर्फ ​​गौतम सिंह रतनसिंह कुशवाह (उम्र- 45), श्रीकृष्णसिंह रतनसिंह कुशवाह (उम्र- 48) और रामरूप रतनसिंह कुशवाह (उम्र-41) को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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