सूरत : चलती बस में से कूदकर पुलिस की नजर के सामने भागे 2 आरोपी

सूरत : चलती बस में से कूदकर पुलिस की नजर के सामने भागे 2 आरोपी

पुलिस की भूमिका पर उठे बड़े सवाल, इमर्जन्सी खिड़की की काच तौडकर भागे आरोपी

सूरत में पुलिस की हिरासत में रहे दो आरोपियों के चालू बस में से कूदकर फरार होने में सफल हुये होने की घटना सामने आई है। जिसके चलते पीएसआई सही 5 लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है। दोनों आरोपियों को मागरोल से लाजपोर ले जाया जा रहा था, जिस दौरान आरोपी चालू बस में पिछले की काच की खिड़कियाँ तोड़ कर भाग गए थे। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, मांगरोल कोर्ट केस में लाजपोर से पुलिस दो आरोपियों को लेकर मांगरोल ले गई थी। वापिस आते समय आरोपी विशाल रत्ना बारिया उर्फ आरिया उर्फ चिस्ती हैदर को कोर्ट से शाम को वापिस ला रही थी। शाम को साढ़े चार बजे के करीब जब पुलिस आरोपियों को वापिस ला रही थी। तभी सचिन होजीवाला पुल के पास टर्न लेते समय बस ने अपनी रफ्तार कम की थी। बस ने अपनी रफ्तार कम करते ही आरिफ़ इमर्जन्सी खिड़की मे से कूद कर भाग गया था। जब पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए गाड़ी रोकी तो दूसरा आरोपी विशाल भी वहाँ से कूदकर भाग गया था। 
दोनों आरोपियों ने दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके अलावा पूरे मामले में 5 पुलिस कर्मचारियों को उनकी लापरवाही के लिए सस्पेंड कर दिया था। जिसमें कामरेज पुलिस स्टेशन के पीएसआई एसएस सैयद, ओलपाड पुलिस स्टेशन के एएसआई धनसुख डाह्या, किम पुलिस स्टेशन के एलआर ईश्वर रमेश, मांगरोल पुलिस के एलआर जगदीश गोविंद और सूरत हेड क्वार्टर के कल्पेश रामू को सस्पेंड किया गया है। घटना में पुलिस कर्मचारियों की लापरवाही पर काफी सवाल उठ रहे थे। आरोपी जिस बस में से भाग उठे उस बस में लोहे की ग्रिल नहीं थी, जो की आमतौर पर हर पुलिस बस में होती है। इसके अलावा पुलिस हिरासत में बैठे दोनों आरोपी पीछे की और बैठे थे, जो की एक बड़ा सवाल है। 
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