सूरत : भाई-बहन को ढूंढने के लिए 2 घंटे तक लगे रहे 100 पुलिस कर्मचारी

सूरत : भाई-बहन को ढूंढने के लिए 2 घंटे तक लगे रहे 100 पुलिस कर्मचारी

घर से निकले भाई-बहन रास्ता भटके, मात्र 2 घंटो में पुलिस ने ढूंढ निकाला

पिछले कई समय से शहर में बालकों के गुम होने की घटनाएँ काफी बढ़ गई है। खास तौर पर श्रमिक परिवार जो की अधिकतर समय काम के चलते घर के बाहर ही रहते है, उनके बालकों के गुम हो जाने की अधिक घटना सामने आती है। ऐसा ही एक मामला शहर के पांडेसरा इलाके से सामने आया था, जहां सलून में काम करने वाले एक व्यक्ति के बेटा और बेटी अचानक से गायब हो गए। हालांकि पुलिस की मुस्तैदी की वजह से जल्द ही दोनों भाई-बहन सही सलामत मिल आए थे। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, पांडेसरा के तेरे नाम रोड पर जय कृष्ण सोसाइटी में रहने वाले रमेशभाई विश्वकर्मा जो की वेसु में सलून में नौकरी करते है, उन्हें संतान में तीन पुत्र और एक पुत्री है। जब रमेशभाई की पत्नी गहर में बरतन साफ कर रही थी, तभी 6 साल की नेन्सी और 4 साल का नील कही निकाल गए थे। दोनों के ना दिखने पर पत्नी ने अपने पति को फोन किया था, जिसके चलते पति ने घर आकर सभी परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर उन्हें ढूँढना शुरू किया था। हालांकि शाम के 6 बजे तक भी उनका कोई पता नहीं चला, जिसके चलते अंत में परिवार ने पांडेसरा पुलिस स्टेशन का संपर्क किया था। 
शिकायत मिलने के साथ ही पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुये तुरंत ही बालकों को ढूँढना शुरू किया था। जिसके बाद तकरीबन 100 पुलिस कर्मचारियों ने विभिन्न ग्रुप बनाकर बच्चों को ढूँढना शुरू किया। दो घंटों की मेहनत के बाद पुलिस ने दोनों बालकों को ढूंढ निकाला। पुलिस को बच्ची घर से करीब साढ़े तीन किलोमीटर दूर एक झोंपड़े में मिल आई थी, जबकि बालक घर से एक किलोमीटर दूर एक चाइनीज की लारी पर मिल आया था। दोनों बालकों को ढूँढने के लिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के अलावा पोस्टर और रिक्शा में अनाउंसमेंट कर प्रयास किया था। 
सूत्रों से पता चला की दोनों भाई और बहन घर से निकल गए थे, हालांकि थोड़े दूर जाने के बाद भाई को चाइनीज की लारी पर बिठाकर बहन खुद पिता को बुलाकर आ रही है कहकर निकल गई। हालांकि इस दौरान वह रास्ता भूल गई, जिसके चलते वह घर से काफी दूर निकल गई थी। जहां छोटी बच्ची को अकेला रोता देख पास ही झोपड़ी में रहती दुर्गाबेन नाम की महिला ने उसे खाना खिलाकर उसे अपने यहा सुरक्षित रखा था। जब पुलिस ढूंढते ढूंढते उस इलाके मे आई तो दुर्गाबेन ने उसके बारे में जानकारी दी। दुर्गाबेन के इस व्यवहार के लिए पुलिस ने उन्हें 2 हजार रुपए का इनाम भी दिया, इसके अलावा बालक की जानकारी देने वाले व्यक्ति को भी हजार रुपए का इनाम दिया गया था। 
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