सिलवासा: सीवरेज लाइन की जांच करने 20 फीट गहराई में उतरे 3 कामगारों की दम घूटने से मौत

सिलवासा: सीवरेज लाइन की जांच करने 20 फीट गहराई में उतरे 3 कामगारों की दम घूटने से मौत

केन्द्र शासित प्रदेश सिलवासा के डोकमरडी में ड्रेनेज लाईन की सफाई के लिए बिना किसी सुरक्षा साधनों के काम करनेवाले ३ कामगारों का दम घुटने से मौत हो गई।

कामगारों को सुरक्षा संसाधन मुहैया कराए बगैर ही हो रहा था पालिका का काम, लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की मांग
सिलवासा के वॉर्ड नंबर 3 डोकमरडी में गुरुवार को सीवरेज लाइन की जांच तथा सफाई का काम चल रहा था। जानकारी के अनुसार पालिका की ओर से इस काम को अहमदाबाद की एक एजेंसी को सौंपा गया था। जहां पर कामगारों को सुरक्षा संसाधन मुहैया कराए बगैर ही काम करवाया जा रहा था। इस दौरान सीवरेज लाइन की जांच करने लगभग 15 से 20 फीट गहराई में उतरे तीन कामगारों की दम घूटने से मौत हो गई है। घटना के बाद तुरंत पुलिस, फायर, मामलतदार, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों की टीम स्थल पर पहुंची। जहां पर एक जेसीबी की मदद से मृतक कामगारों को बाहर निकालने का प्रयास किया गया। लेकिन दु:ख की बात है कि दानह प्रशासन के पास इस तरह के आपातकालीन समय में बचावकार्य के लिए जरूरी संसाधन नहीं होने के कारण लगभग 4 से 5 घंटे बाद मृतक कामगारों के शव बाहर निकाले गए। इस घटना के बाद प्रदेशभर में पालिका प्रशासन और संबंधित विभाग के प्रति नाराजगी जताई जा रही है। लोगों का कहना है कि शहरवासियाें से सालाना करोड़ों रुपए का टैक्स वसूलने वाली पालिका की ओर से आखिर इस तरह के लापारवाही बरतने जैसे कार्य को क्यों अंजाम दिया जा रहा था? लोगों की मांग है कि इस मामले में संबंधित अधिकारियों और एजेंसी की जांच करवाकर मौत की भेंट चढ़े गरीब बेकसूर कामगारों के को न्याय दिलाया जाए।
जानकारी के अनुसार गुरुवार की दोपहर लगभग 12 बजे डोकमरडी के आहिर फलिया इलाके में सीवरेज लाइन की जांच सहित अन्य काम चल रहा था। इस दौरान अहमदाबाद की एक एजेंसी के अधीन काम करने वाले कामगारों को किसी भी तरह के सुरक्षा संसाधन मुहैया कराए नहीं गए थे। बगैर सुरक्षा संसाधनों के ही कामगारों को सीवरेज लाइन के लगभग 15 से 20 फीट गहराई में उतारा जा रहा था। इस दौरान एक के बाद एक ऐसे तीन कामगारों की सीवरेज लाइन में उतरने के बाद दम घुटने से मौत हो गई। घटना के बाद स्थानीय दानह एसडीपीओ सहित पुलिस की टीम, दमकल विभाग, 108 एम्बूलेंस, मामलतदार टीएस शर्मा स्थल पर पहुंचे। जहां पर एक जेसीबी मशीन के जरिए कामगारों को बाहर निकालने का प्रयास किया गया। इसके बाद दानह कलेक्टर संदीप कुमार सिंह, पालिका सीओ माेहित मिश्रा, पालिका अध्यक्ष राकेशसिंह चौहान, उपाध्यक्ष अजय सिंह चौहान आदी स्थल पर पहुंचे। इस दौरान लगभग 4 से 5 घंटे की मशक्कत के बाद सीवरेज लाइन से मृतक कामगारों के शव निकाले गए। जिनमें ईश्वर, राजू तथा एक सुपरवाइजर शामिल हाेने की जानकारी प्राप्त हुई है। बताया जा रहा है कि तीनों कामगारों की मौत सीवरेज लाइन के गैस की चपेट में आकर हुई है, फिलहाल तीनों शवों को पीएम के लिए सिविल अस्पताल में भेजते हुए पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार सिलवासा नगरपालिका की ओर से किसी अहमदाबाद की एजेंसी को सौंपे गए सीवरेज लाइन के कार्य में सरेआम सरकारी नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। एजेंसी द्वारा किसी भी कामगार को सुरक्षा संसाधन मुहैया नहीं कराए जा रहे है। हादसे के बाद लोगों का कहना था कि अगर पालिका प्रशासन सख्त होकर एजेंसी को सरकारी नियमों के अधीन काम करवाती तो गुरुवार को हुए हादसे में बेकसूर कामगारों की बली नहीं चढ़ती। इसलिए इस तरह की लापरवाह एजेंसी को प्रशासन की ओर से तुरंत असर से ब्लैकलीस्ट करने तथा जांच के बाद कानूनी कार्रवाई करने की मांग उठाई जा रही है।

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