लुटेरी दुल्हन : अपने अलगे शिकार को चूना लगाती, उसके पहले ही पुलिस ने धरदबोचा

लुटेरी दुल्हन : अपने अलगे शिकार को चूना लगाती, उसके पहले ही पुलिस ने धरदबोचा

शादी तय होने पर दुल्हे से खरीदारी के नाम पर लिए थे पैसे, वकील को हुआ शक तो पुलिस को दी जानकारी

आज के समय में बेटों के प्यार के कारण समाज में बेटियों की संख्या धीरे-धीरे कम होती जा रही है। कई समाजों और क्षेत्रों में स्थिति ऐसी है कि कई युवकों को शादी के लिए दुल्हन नहीं मिल रही है। यही कारण है कि सौराष्ट्र के कई युवक दाहोद-गोधरा में शादी कर रहे हैं। हालांकि, इनमें से ज्यादातर मामलों में लड़की कुछ समय साथ रहने के बाद पैसे और घर के साथ भाग जाती है। सौराष्ट्र में आजकल दुल्हनों द्वारा लूटने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसके लिए वृद्धावस्था तक विवाह न करने वाले युवाओं को शिकार बनाया जाता है। ऐसा ही एक और मामला गिर-सोमनाथ पंथ में सामने आया है। हालांकि इस बार दूल्हे पक्ष के लोगों के शक के आधार पर पुलिस ने लुटेरे दुल्हन समेत गिरोह को पकड़ लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ऊना के नलियेरी मौली गांव के रमेशभाई हरिभाई राखोलिया ने अपने बेटे हितेश (उ 30) की शादी के सिलसिले में काकड़ी मौली गांव निवासी विनुभाई राठौर से बात की थी, जिसके बाद सभी लोग दुल्हन को देखने राजकोट गए। यहां हितेश की मुलाकात सपना नाम की युवती से हुई। हितेश और सपना ने आपस में बात की और बाद में दोनों की सगाई हो गई।
(Photo Credit : news18.com)
राजकोट दौरे के दौरान दोनों पक्षों के बीच लेन-देन की बात चल रही थी। हितेश ने बाद में सपना को शादी की खरीदारी के लिए 41,000 रुपये नकद दिए। इसके अलावा शादी में दो लाख रुपये और जेवर देने की बात कही। बाद में 21 जून को ऊना कोर्ट में शादी करने का फैसला हुआ। हालांकि शादी से ठीक पहले लुटेरा दुल्हन और उसके कुछ साथियों ने कार किराए पर ली और ऊना पहुंच गए। जिसके बाद सभी लोग वकील के पास गए।
दुल्हन और उसके साथी शादी के लिए जरूरी सभी दस्तावेज देकर कोर्ट से चले गए। इस बीच, वकील को संदेह हुआ। जांचे गए सारे सबूत फर्जी निकले। बाद में मामले की सूचना पुलिस को दी गई। वहीं दुल्हन ने 21 की बजाय 23 को आने की बात कही। उसने दो लाख रुपये नकद और जेवरात भी मांगे। 23 जून को कोर्ट पहुंचते ही सादे कपड़ों में पुलिस ने इन सभी को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दूल्हे की शिकायत के आधार पर लुटेरी दुल्हन समेत नौ लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया।