रक्षाबंधन : जानिए क्या है त्यौहार मनाने का शुभ मुहूर्त

रक्षाबंधन : जानिए क्या है त्यौहार मनाने का शुभ मुहूर्त

रक्षाबंधन पर इस बार न तो भद्रा का असर है और न ही ग्रहण की छाया

आज देश भर में ‘भाई-बहन’ के पवित्र और अद्भुत प्रेम का त्यौहार ‘रक्षा बंधन’ बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। रक्षा बंधन इसी अनोखे रिश्ते का प्रतिक है। रक्षाबंधन का त्यो्हार सावन के महीने में पूर्णिमा को मनाया जाता है। रक्षा बंधन दो शब्दों को मिलाकर बनता है, रक्षा और बंधन। जिसका मतलब एक ऐसा बंधन जो रक्षा करता हो। रक्षा बंधन भाई-बहन का प्रतीक माना जाता है। रक्षा बंधन भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को जताता है और घर में खुशिया लेकर आता है। इसके अलावा यह त्योहार भाईयों को याद दिलाता है कि उन्हें अपनी बहनों की रक्षा करनी चाहिए। हिंदू धर्म में शुभ और मांगलिक कार्य शुभ मुहूर्त में करने की परंपरा है। पंचांग के अनुसार शुभ समय में ही मांगलिक कार्य करने चाहिए। शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखकर कार्य करता है, उसे सफलता मिलने की संभावना अधिक रहती है। पंचांग के अनुसार आज के दिन रक्षाबंधन पर राखी बांधने का क्या है शुभ मुहूर्त? आइए जानते हैं..!
ज्योतिष की माने तो रक्षाबंधन पर इस बार न तो भद्रा का असर है और न ही ग्रहण की छाया पड़ रही है। ऐसे में दिन भर रक्षाबंधन का योग रहेगा। इस बार त्यौहार में 22 अगस्त 2021 को दोपहर 01 बजकर 42 मिनट से शाम 04 बजकर 18 मिनट तक राखी बांधना सबसे शुभ रहेगा।  इसके अलावा प्रात: 06 बजकर 15 मिनट से प्रात: 10 बजकर 34 मिनट तक शोभन योग रहेगा। 
आपको बता दें कि इस रक्षाबंधन के पर्व पर शुभ संयोग बना रहेगा। हिंदू पंचांग के अनुसार दो विशेष शुभ मुहूर्त का योग इस वर्ष रक्षा बंधन पर बना हुआ है। श्रावण पूर्णिमा की तिथि पर धनिष्ठा नक्षत्र के साथ शोभन योग का निर्माण हो रहा है। पूर्णिमा तिथि के समापन के साथ ही सावन का महीना भी समाप्त हो जाएगा। 23 अगस्त 2021 से भाद्रपद मास का आरंभ होगा। बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए थाली में कुमकुम, हल्दी, अक्षत, राखी के साथ कलश में पानी और आरती के लिए ज्योति रखें। इसके साथ ही भाई की पसंदीदा मिठाई को भी थाली में रखें। रक्षाबंधन के पर्व पर इस दिन भद्रा का साया नहीं है। पंचांग के अनुसार भद्रा काल 23 अगस्त 2021 सोमवार को प्रात: 05:34 बजे से प्रात: 06:12 बजे तक रहेगी।