राजकोट : इस परिवार की अनोखी पहल, बेटी के जन्म पर बांट रहे है रामचरितमानस
By Loktej
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बेटी के जन्म पर पिता ने खर्चे अपनी पगार, समाज को दे रहे अनोखी सीख
किसी भी परिवार में किसी नए सदस्य के आने की ख़ुशी ही कुछ और होती है। हर कोई इस मौके पर जश्न मनाता है। आमतौर पर परिवार में किसी नए सदस्य के जन्म के बाद लोग अपने रिश्तेदारों का मुंह मीठा करते हैं, एक दुसरे को मिठाई खिलाते है। ऐसे में राजकोट में एक पोपट परिवार ने इस पारंपरिक परंपरा से परे कुछ नया करने की सोची। उन्होंने अपनी बेटी के जन्म की खुशी में अपने रिश्तेदारों को रामचरित मानस देने का फैसला किया है।
इस पर खुशी जाहिर करते हुए बेटी रुद्री की मां हिमानी बेन ने कहा कि मिठाई बांटने से कुछ पल के लिए मुंह मीठा हो सकता है। लेकिन अगर हम किसी के जीवन को हमेशा के लिए मधुर बनाना चाहते हैं, तो उन्हें मानस पढने के लिए प्रेरित करना चाहिए और हमने इसी इरादे से रामचरित मानस बांटने का फैसला किया है। ये पढ़ने वालों के स्वभाव और उनके रिश्ते में हमेशा के लिए मिठास फैलाएगा। रामचरित मानस को पढ़ने से पढ़ने वाले के जीवन में अद्भुत परिवर्तन आएगा।
उन्होंने आगे कहा कि आज एकल परिवारों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में रामचरित मानस पारिवारिक संबंधों को कैसे व्यवस्थित रखा जाए, इसकी पूरी जानकारी देता है। ससुर, ससुर, दामाद और ससुर इस बात पर गहराई से विचार करते हैं कि रिश्ता कैसा होना चाहिए। कहा जाता है कि एक बेटा अपनी मां से सबसे ज्यादा प्यार करता है। वहीं बेटी अपने पिता को सबसे ज्यादा प्यार करती है। ऐसे में एक पिता अपनी बेटी रुद्री के जन्म को अनोखे रूप से मनाने के लिए अपनी पूरी तनख्वाह खर्च कर रामचरित मानस बांटेंगे ।
बता दें कि इस परिवार द्वारा रामचरित मानस का उपहार राजकोट जिला जेल में, शहर के पुलिस आयुक्त कार्यालय में पुस्तकालय से लेकर शहर भर के सभी थानों के पुस्तकालयों के साथ-साथ विभिन्न संस्थानों के पुस्तकालयों में दिया जाएगा। साथ ही अपनों की मित्र मंडली और धार्मिक संस्थान भी दिए जाएंगे। साथ ही मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की ओर से रामचरित मानस को प्रधानमंत्री कार्यालय भेजा जाएगा।
गौरतलब है कि आज जब लोग आंख मूंदकर पाश्चात्य संस्कृति की नकल करते हैं और रेस्टोरेंट में पार्टी और केक आदि काटकर हजारों रुपये फूंक देते हैं। ऐसे में इस परिवार ने अपनी बेटी के जन्म को अनोखे रूप से मना कर समाज को एक अच्छी उम्मीद देने की कोशिश की है।