राजकोट : पिता की महिला मित्र के साथ मिलकर पुत्र ने पिता की हत्या कर दी!

राजकोट :  पिता की महिला मित्र के साथ मिलकर पुत्र ने पिता की हत्या कर दी!

पुलिस जांच के कुछ ही मिनटों में आशा और राकेश के बेटे की भांडा फूट गई

 राजकोट शहर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। पता चला है कि राजकोट शहर के भक्तिनगर थाना क्षेत्र में युवक ने अपनी सौतेली मां के साथ मिलकर अपने ही पिता की हत्या की साजिश रची थी। पूरे मामले में मृतक के भाई शैलेश अधियारू ने आशाबेन नानजीभाई चौहान नाम के व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत अपराध दर्ज कराई है, जो मृतक के भाई के साथ लिव इन  में रहती थी। देखना होगा कि इस मामले में पुलिस जांच में मृतक के बेटे की भूमिका सामने आती है या नहीं। 
राजकोट शहर के भक्तिनगर थाना क्षेत्र के मारुतीनगर में तीन अज्ञात लोगों ने राकेशभाई अधियारु को कथित तौर पर आग लगा दी थी। घटना की सूचना मिलते ही भक्तिनगर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंच गई। आवश्यक कमीशनिंग प्रक्रिया पूरी करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया गया। हालांकि शुरुआती जांच में जो खुलासा हुआ है उसे जानकर पुलिस हैरान है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक राकेश की शादी पहले हुई थी। वैवाहिक जीवन के दौरान उनके दो बेटे भी थे। 2006 में राकेश की मुलाकात आशा चौहान से एक खाखरा बनाने वाली फैक्ट्री में हुई थी। इसके बाद दोनों एक दूसरे के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे। उनके साथ राकेश का एक बेटा भी रहता था। मृतक राकेश को भी नशे की आदत थी। मृतक राकेश अक्सर शराब के नशे में रहता था और घर में उसकी महिला मित्र आशा और उसके बेटे के साथ झगड़ा एवं मारपीट किया करता था। 
शुक्रवार को राकेश नशे की हालत में घर आया और फिर आशा व अपने बेटे से मारपीट करने लगा। रोज की हालात से तंग आकर आशा और उसके बेटे ने राकेश को मारने की साजिश रची। योजना के मुताबिक घर का दरवाजा अंदर से बंद कर राकेश जब सो रहा था तो उसके बेटे ने उस पर मिट्टी का तेल डालने की कोशिश की। इसी बीच राकेश जाग गया। फिर उसने अपने बेटे के हाथ में काट लिया। पिता के हाथ काटने से बेटा भड़क गया और पास में पड़े एक लोहे के ठोस वस्तु को उठाकर सिर में मार दिया। बाद में बेटे और आशा ने राकेश पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा दी।
कुछ ही देर में राकेश जलने लग गया। हत्या के आरोप से बचने के लिए राकेश के बेटे और राकेश की महिला मित्र आशा ने अलग कहानी गढ़ी थी। साजिश के तहत मृतक के बेटे ने मृतक की सहेली आशा को रस्सी से बांध दिया और घर से बाहर निकल कर  चिल्लाते हुए कहा कि घर में तीन अज्ञात घुस आए हैं और आग लगा दी है।
युवक की चीख-पुकार सुनकर मोहल्ले के लोग जमा हो गए। सभी को लगा कि आशा और बेटे की बनाई कहानी सच है। हालांकि, पुलिस जांच के कुछ ही मिनटों में आशा और राकेश के बेटे की भांडा फूट गई। 
प्राप्त जानकारी के अनुसार राकेश अपने दो बेटों और एक बेटी के साथ मारुतीनगर में रह रहा था। हाल ही में बेटे ने कक्षा-12 की परीक्षा भी पास की है। हालांकि बोर्ड की परीक्षा के नतीजे आने से पहले ही किशोर पिता की हत्या का मामला पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक राकेश और उसकी गर्लफ्रेंड पिछले 16 साल से साथ रह रहे हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि राकेश के अन्य महिलाओं के साथ भी संबंध थे। इसी को लेकर राकेश और उसकी प्रेमिका के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था।
Tags: 0