राजकोट : ग्राहकों के नकली हस्ताक्षर कर के बैंक क्लार्क ने लगाया 1.92 करोड़ का चुना

समय के पहले ही नकली हस्ताक्षर कर समय से पहले ही एफ़डी तोड़ कर निकाल लेता था पैसा, नेट बैंकिंग के जरिये दूसरों के अकाउंट में भेजे जाते थे पैसे

मोरबी में राजकोट नागरिक सहकारी बैंक लिमिटेड के एक क्लार्क ने बैंक के ग्राहकों की नकली सिग्नेचर कर उनके बैंक अकाउंट में से पैसे निकालने का केस दर्ज किया गया है। बैंक की मोरबी ब्रांच के डेप्युटी मैनेजर धर्मेश मोरे की शिकायत के आधार पर मोरबी ए डिवीजन पुलिस ने क्लार्क प्रकाश नकुम के खिलाफ जालसाजी, नकली हस्ताक्षर करने और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज किया गया था। 
शिकायत के अनुसार, साल 2019 से 2021 के बीच नकुम ने अकाउंट होल्डर्स की जानकारी के बिना ही उनकी एफ़डी तोड़ कर पैसे निकाल लिए थे। ग्राहकों की नकली सिग्नेचर कर कुल 59 एफ़डी को नकुम ने गलत एंट्री करके निकाल लिए थे और नेट बैंकिंग के माध्यम से विभिन्न अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए थे। सारा माजरा इस साल जुलाई में सामने आया जब एक एफ़डी धारक ने अपनी एफ़डी तुड़वाने के लिए बैंक का संपर्क किया। पर उन्हें बताया गया की उनकी एफ़डी तो पहले से ही टूट चुकी है। बैंक ने अधिक जांच शुरू की, जांच में सामने आया की यह सब नकुम ने किया था। जिसके चलते रविवार को बैंक अधिकारी ने नकुक के खिलाफ जालसाजी, नकली हस्ताक्षर के लिए शिकायत दर्ज करवाई गई है।