राजस्थान : कलयुगी बेटे की करतूत, बीमा के पैसों के लिए दोस्तों के साथ मिलकर पिता की हत्या की

24 दिसंबर की देर रात को अपने साथियों के साथ मिलकर अपने पिता के सिर हथौड़े से वारकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी

दुनिया में माँ-बाप और बच्चे के रिश्ते से ज्यादा पवित्र और निस्वार्थ रिश्ता और कोई नहीं माना जाता पर इस कलयुगी दौर में ऐसे कई मामले देखे गये है जहाँ लोग इस रिश्ते को भी शर्मसार करते नजर आ रहे है। एक बार फिर राजस्थान के भरतपुर जिले से रिश्तों को तार-तार कर देने वाला ऐसा ही एक मामला सामने आया है। दरअसल भरतपुर के डीग थाना इलाके में एक कलयुगी बेटे ने चंद पैसों की खातिर अपने ही पिता की हत्या कर दी। इस कुकर्म में उसके 2 साथियों ने भी साथ दिया। बता दें कि पिता का एक्सीडेंटल बीमा का फर्जी क्लेम उठाने के लिए बेटे ने ही 24 दिसंबर की देर रात को अपने साथियों के साथ मिलकर अपने पिता के सिर हथौड़े से वारकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी। मामले की सच्चाई सामने पर पुलिस भी हैरान रह गई। फिलहाल पुलिस ने हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि अपने पुत्र राजेश के साथ फरीदाबाद में रहने वाले मोहकम डीग के सदर थाना इलाके के नगला भधई गांव का रहने वाला था। करीब चार महीने पहले राजेश ने अपने पिता मोहकम का चार अलग-अलग बैंकों में 40 लाख रुपये का एक्सीडेंटल बीमा कराया था। उसके बाद उसने इस बीमा का फर्जी क्लेम उठाने की योजना बनाई। इसके बाद 24 दिसंबर को बेटे राजेश ने योजनानुसार अपने पिता को दोस्तों के साथ घर ला रहा था जहाँ रास्ते में राजेश ने अपने पिता और साथियों को पहले शराब पिलाई। उसके बाद डीग थाना इलाके के दिदावली गांव के पास मौका देखकर साथियों के साथ मिलकर हथौड़े से वारकर पिता की निर्मम तरीके से हत्या कर दी। पुरे मामले को दुर्घटना का रूप देने के लिए राजेश ने शव को सड़क किनारे फेंक दिया।
पुरे मामले का खुलासा तब हुआ जब अपने योजना में सफल होने की ख़ुशी और वारदात को अंजाम देने के बाद राजेश और उसके साथी शराब के नशे में देर रात तक सड़क पर घूमते रहे। इस दौरान वे रात्रि गश्त कर रही पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पूछताछ करने के दौरान जब कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो पुलिस ने तीनों आरोपियों को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। वहीं 25 दिसंबर की सुबह पुलिस को दीदावली गांव के पास एक व्यक्ति का शव मिला है। पुलिस को अपनी जाँच में  शव की शिनाख्त मोहकम निवासी नगला भधई गांव निवासी के रूप में हुई। इस दौरान पुलिस को 40 लाख रुपये के एक्सीडेंटल बीमा का सच पता चला।
इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर तीनों से युवकों से कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने सच उगल दिया। तीनों आरोपियों ने मोहकम की हत्या करना कबूल लिया। उन्होंने बताया कि एक्सीडेंटल बीमा क्लेम उठाने के लेने के लिए ही उन्होंने मोहकम की हत्या की है।