लोकडाउन के नियंत्रणों में छूट मिलने पर लोग भूले मर्यादा, रविवार की छूटियों में जमाई जमके भीड़

लोकडाउन के नियंत्रणों में छूट मिलने पर लोग भूले मर्यादा, रविवार की छूटियों में जमाई जमके भीड़

रविवार की छुट्टियों में लोगों ने प्रवासन स्थलों पर बोला धावा, आनंद के चक्कर में लोग भूले कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को

गुजरात की प्रजा को खाना और घूमना काफी पसंद है। रविवार यानि गुजरातियों के लिए अपना सारा थकान निकालने का दिन। सौराष्ट्र के जूनागढ़ में भी रविवार को गुजरातियों का कुछ ऐसा ही चेहरा देखने मिला। रविवार को जूनागढ़ में लोगों की काफी भीड़ देखने मिली। हालांकि लोगों की यह मजा आने वाले दिनों में कोरोना की तीसरी लहर में परिवर्तित हो ऐसी स्थिति सर्जित हुई है। 
गलतेश्वर महादेब मंदिर

कोरोना महामारी के दौरान बंद रहा खेड़ा स्थित गलतेश्वर मंदिर भी लगभग तीन महीनों के बाद श्रद्धालुओं और यात्रियों के लिए बंद रहा था। जिसके चलते प्रवासन उद्योग को भी काफी नुकसान हुआ था। हालांकि अब तीन महीने के बाद नियंत्रणों से मिली छुट के बाद रविवार से ही मंदिर में भक्तों का ताता लगा रहा। रविवार के दिन लगभग 25 हजार से अधिक लोग भगवान शिव के दर्शन करने के साथ ही महि नदी में डुबकी लगाने के लिए पहुंचे। 
सरकार द्वारा नियंत्रणों में दी गई छुट के बाद लोग अब खाने-पीने की लारियों पर टूट पड़े है। अधिक से अधिक लोग खाने पीने की दुकानों पर भीड़ लगा रहे है। नवसारी और डांग जिले में महमारी के कारण 1 साल से बैठा हुआ प्रवासन उद्योग वापिस पटरी पर आने लगा है। हिल स्टेशन सापुतारा में भी लोगों की भीड़ बढ्ने लगी है। हालांकि इस बीच लोग मानों कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को भूल गए हो ऐसा लगता है। जिसके चलते यदि समय के पहले ही यदि कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है। 
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