पाकिस्तान: पंजाब प्रांत के हिंदू मंदिर पर कट्टरपंथियों के हमला का वीडियो हुआ वायरल

पाकिस्तान: पंजाब प्रांत के हिंदू मंदिर पर कट्टरपंथियों के हमला का वीडियो हुआ वायरल

मंदिर को तोड़े जाने के 24 घंटे से अधिक समय बाद जाकर अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला

कल पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक हिंदू मंदिर पर कुछ मुस्लिम कट्टरपंथियों ने हमला किया और तोड़फोड़ की। कट्टरपंथियों द्वारा मंदिर की कई मूर्तियों को तोड़ दिया गया और मंदिर परिसर में आग लग गई। पाकिस्तानी सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। इस मामले में भोंग शरीफ पुलिस की ओर से 100-150 अज्ञात लोगों के खिलाफ 6 अलग-अलग धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट में भी आज सुनवाई भी हुई।
आपको बता दें कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में रहीम यार खान जिले के भोंग कस्बे में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई। शहर के कुछ कट्टरपंथी मुसलमानों की भीड़ ने मंदिर परिसर में धावा बोल दिया और मंदिर में आग लगा दी। मूर्तियों को तोड़ डाला। भीड़ को पुलिस ने काबू में नहीं किया, इसलिए पाकिस्तान रिजर्व फोर्स के जवानों को बुलाना पड़ा। अब इस मामले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें कट्टरपंथियों के चहरे साफ साफ देखे जा सकते थे। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसद डॉ रमेश कुमार वांकवानी ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट किया। हिंदू नेता डॉ रमेश कुमार ने पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से मुलाकात की थी और घटना की जांच की मांग की थी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के जज ने घटना पर तत्काल सुनवाई की घोषणा की।
आपको बता दें कि सिद्धिविनायक मंदिर को तोड़े जाने के 24 घंटे से अधिक समय बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी। सभी एफआईआर अज्ञात लोगों के खिलाफ की गई है। किसी भी नामांकित व्यक्ति के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है जबकि वायरल वीडियो में तोड़फोड़ करने वालों के चेहरे साफ दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले गुरुवार शाम पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए थे। पाकिस्तान के इमरान खान की सरकार ने हर तरफ से आलोचना के बीच जांच के आदेश दिए थे। पाकिस्तान के पीएम कार्यालय से एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सरकार हिंदू मंदिर पर हमले की आलोचना कर रही है और इस घटना की निष्पक्ष जांच करेगी।
इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस को तैनात किया गया है। हालांकि इस घटना में एक भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया था। हिंदू समुदाय ने हमलावरों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। भारत सरकार ने घटना के सिलसिले में दिल्ली में पाकिस्तानी राजदूत को तलब किया था और घटना के लिए स्पष्टीकरण मांगा था। विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा पाकिस्तानी राजदूत के सामने उठाया था।