सूरत महानगरपालिका में बजट की सामान्य सभा में विपक्ष द्वारा विरोध हंगामा

सूरत महानगरपालिका में बजट की सामान्य सभा में विपक्ष द्वारा विरोध हंगामा

अृॉनलाईन सामान्य सभा का विरोध करने पर आम आदमी पार्टी के पार्षदों को मनपा मुख्यालय से हिरासत में लिया गया, विपक्षी नेता उपवास पर बैठने पर उन्हे भी हिरासत मे लिया, शासको ने बहुमत के जोर पर बजट पारित किया।

आप के पार्षदों ने पालिका मुख्यालय में प्रदर्शन करने पर पुलिस ने हिरासत में लिया
सूरत महानगरपालिका में बजट की सामान्य सभा ऑनलाईन रखने खिलाफ विपक्ष आम आदमी पार्टी द्वारा आक्रामक विरोध प्रदर्शन किया गया। मनपा मुख्यालय मे नारेबाजी, सूत्रोच्चार के साथ उपवास पर बैठकर शासकों ए‍वं पालिका आयुक्त के सभा स्थल तक जाने से रोकने पर पुलिस बुलाकर हिरासत में लिया गया। महानगरपालिका के बजट की सामान्य सभा ऑफलाईन संजीवकुमार ऑडिटोरियम में रखने का निर्णय लिया था मगर शहर में कोरोना संक्रमण बढने के कारण महापौर ने  सामान्य सभा ऑनलाईन रखने के साथ मनपा मुख्यालय मे मात्र पांच पदाधिकारियों को उपस्थित रहने की अनुमति दी थी। अन्य पार्षद एवं कमिटि अध्यक्ष , उपाध्यक्ष तधा सदस्य अपने अपने स्थलों से ऑनलाईन माध्यम से सामान्य सभा में उपस्थिति देने को कहा था। आम आदमी पार्टी ने महापौर और मनपा आयुक्त को ज्ञापन देकर सामान्य सभा ऑफलाईन रखने की और अगर ऑनलाईन रखी जाती है तो उसका बहिष्कार करने की चेतावनी दी थी। 
आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने सूत्रोच्चार करके विरोध जताया
मंगलवार को सूबह मनपा मुख्यालय में पदाधिकारियों और मनपा आयुक्त की उपस्थिति ऑनलाईन सामान्य सभा शुरू हुई थी। आम आदमी पार्टी के सदस्य मनपा मुख्यालय में प्रवेश करके ऑनलाईन सामान्य सभा के खिलाफ सूत्रोच्चार शुरू किया था। दोपहर भोजन के अवकाश के बाद सभागृह के प्रवेशद्वार पर ही आम आदमी पार्टी के पार्षद बैठकर पालिका आयुक्त, उप महापौर, स्थायी अध्यक्ष और शासक पक्ष नेता को प्रवेश करने से रोक दिया था। मनपा आयुक्त ने पुलिस बुलाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे आप पार्षदो, कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर उन्हे कतारगाम और लालगेट पुलिस थाने ले गए थे। 
विपक्षी नेता पार्षदों के साथ उपवास पर बैठने पर पुलिस ने हिरासत में लिए गए
इस दौरान विपक्षी सदस्य धर्मेश भंडेरी ने कहा कि शासकों ने बहुमत के जोर पर रींगरोड पर सूरत टेक्सटाईल मार्केट की किमती जमीन 99 साल के लंबे समय के लिए लिज पर देकर महानगरपालिका की तिजोरी पर बडा आर्थिक झटका दिया है उसे रोकने की मांग की थी। 24 बाय 7 के नाम से प्रजा को पानी के बिल देकर लुटने का प्रयास किया जा रहा है जिसे बंद करना की मांग आप द्वारा की थी। कोरोना काल में सामान्य परिवार के साथ मध्यमवर्ग को भी संपत्तीकर मे 25 से 50 प्रतिशत की राहत की मांग की गई थी। उपरोक्त दोनो दरखास्तों को शासकों ने बहुमत के जोर पर पारित नही होने दिया। प्रजा की आवाज को सामान्य सभा में पेश करने से रोकने और आम आदमी पार्टी के पार्षदो तथा कार्यकर्ताओं से अमानुषी वर्तन के खिलाफ उप महापौर दिनेश जोधाणी के कार्यालय के समक्ष उपवास पर बैठे विपक्षी नेता को भी पुलिस हिरासत मे लिया। 
शासकों ने बहुमत के जौर पर बजट और कामों को पारित किया
भाजपा शासकों ने बहुमत के जोर 6605.69 करोड का ड्राफ्ट बजट, 3074 करोड का संशोधित बजट और 231 करोड का शिक्षा समिति का ड्राफ्ट बजट मंजुर करते हुए विरोध पक्ष द्वारा पेश किए गए सुधार को बहुमत से खारीज कर दिया। 
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