And there are politicians like R Lalzirliana, the power minister of #Mizoram, who was seen mopping the floor of the Covid ward where he is recovering after testing positive.#Aizawl #Northeast pic.twitter.com/IoBhvJB0us
— Anupam Bordoloi (@asomputra) May 14, 2021
आदमी वो बड़ा होता है तो स्वभाव से जमीन से जुड़ा हो। जानता और समझता हो कि कोई काम बड़ा या छोटा नहीं होता। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें एक अस्पताल में कमरे में व्यक्ति पोछा लगाता नजर आ रहा है।
वैसे ऐसी तस्वीर में कुछ आश्चर्यजनक नहीं होना चाहिये। लेकिन जब आपको पता चले कि पोछा लगा रहा व्यक्ति अस्पताल में इलाज करा रहा मरीज खुद है और इतना ही नहीं वह मरीज खुद राज्य सरकार में मंत्री पद पर आसीन है, तो एक बारगी ये अचरज की बात तो बन हा जाती है। हुआ भी यही, यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और लोग इस व्यक्ति की तारीफों के पुल बांधने लगे।
दरअसल ये तस्वीर मिजोरम के जोराम मेडिकल कॉलेज के अस्पताल की है। तस्वीर में नजर आ रहे शख्स का नाम है लालजिर्लियाना। 71 वर्षीय ये शख्स मिजोरम सरकार में विद्युत मंत्री हैं। इन दिनों वे कोविड संक्रमित होने से अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं।
घटनाक्रम कुछ ऐसा था कि वे जिस वॉर्ड में दाखिल थे वहां सफाईकर्मी को बार-बार सूचना देने पर भी जब प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो लालर्जिलियाना ने खुद कक्ष के फर्श पर पोछा लगाना शुरु कर दिया। उन्हें पता नहीं था कि कोई उनकी तस्वीर ले रहा है, जो आम तौर पर नेताओं के दिखावे के लिये किये जा रहे किसी काम के दौरान होता है।
हालांकि बाद में तस्वीर वायरल हो गई तो उन्होंने स्पष्ट किया कि खुद पोछा लगाना एक त्वरित स्फुरित भाव था और इसमें सफाईकर्मी को शर्मिंदा करने का उनका कोई इरादा नहीं था। वे इस प्रकार के काम समय-समय पर घर में करते रहते हैं, इसलिये उनके लिये नया कुछ नहीं था। सोशल मीडिया पर लोगों ने मंत्रीजी की भरपूर प्रशंसा की। सही मायनो में नागरिक धर्म यही होता है। वैसे भी कोविड अस्पताल में इन दिनों स्वास्थ्यकर्मियों की किल्लत है और यदि सक्षम मरीज खुद ऐसे छोटे-छोटे कार्य कर दें तो स्टाफ पर कुछ दबाव तो कम हो ही सकता है और यही नागरिक धर्म भी है।