लापरवाही : मरीज को दे दिया गलत सिटीस्कैन रिपोर्ट, कोई दिक्कत न होने के बावजूद लेना पड़ा रेमड़ेसिविर इंजेक्शन

लापरवाही : मरीज को दे दिया गलत सिटीस्कैन रिपोर्ट, कोई दिक्कत न होने के बावजूद लेना पड़ा रेमड़ेसिविर इंजेक्शन

गलत रिपोर्ट के कारण परिवार को हुआ 50 से 60 हजार का नुकसान, डायग्नोस्टिक सेंटर ने बताई प्रिंटिंग मिसतेक

जब से देश भर में कोरोना महामारी शुरू हुई है, देश के अलग-अलघ हिस्सों में से अस्पताल और अन्य प्रशासन द्वारा लपवाही के किस्से सामने आ रहे है। कुछ ऐसा ही लापरवाही का एक मामला गुजरात के जूनागढ़ से सामने आया है। जहां सिटीस्कैन करने वाले संचालकों की लापरवाही के कारण मरीज को गलत रिपोर्ट मिल गया और उसका इलाज भी शुरू कर दिया गया। 
कोरोना महामारी में परीक्षण के निदान के लिए सबसे सटीक सीटी स्कैन माना जाता है, लेकिन सीटी स्कैन की रिपोर्ट देने में भी लापरवाही की घटना सामने आई है, जब जूनागढ़ के लाल बहादुर शास्त्री सोसायटी जूनागढ़ की जयश्रीबेन सोढा नाम की एक मरीज ने डॉक्टर की सलाह पर डायग्नोस्टिक सेंटर में पिछले 24 तारीख को सीटी स्कैन कराया था। उनकी CTscan में से 25 में से 21 पॉइंट का रिपोर्ट दिया गया। रिपोर्ट को देखकर डॉक्टर ने उन्हें तत्काल सिविल अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी। लेकिन वह जूनागढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती हुये, जहां रिपोर्ट के आधार पर उन्हें तुरंत डॉक्टर द्वारा दो रेमड़ेसिविर इंजेक्शन भी दिए गए।
हालांकि भर्ती होते समय उनकी तबीयत काफी अच्छी थी, इसलिए उनके परिवार के सदस्यों ने सीटी स्कैन के प्रशासक केजे डायग्नोस्टिक सेंटर को फोन किया और रिपोर्ट के बारे में फिर से पूछताछ की। जहां उन्होंने अपनी भूल स्वीकार करते हुए कहा कि रिपोर्ट में कोई त्रुटि थी और तुरंत उन्हें दूसरी रिपोर्ट के लिए बुलाया। जहां दूसरी रिपोर्ट में कहा गया है कि 25 में से 21 की जगह 14 पॉइंट इन्वोल्वमेंट होने की जानकारी मिली।
इस पूरे मामले में के.जे. डायग्नोस्टिक सेंटर ट्रस्ट के प्रशासक अपनी गलती मान रहे हैं और कहते हैं कि प्रिंट में गलती हो गई है। हालांकि इस कारण मरीज को बिना किसी कारण गलत रिपोर्ट के कारण 50 से 60 हजार का खर्च हुये होने की बात को उन्होंने खारिज कर दिया था।