मोरबी का मच्छू पुल ही नहीं टूटा, सैकड़ों परिवार भी तार-तार हो गये हैं?

मोरबी का मच्छू पुल ही नहीं टूटा, सैकड़ों परिवार भी तार-तार हो गये हैं?

इस हादसे में अब तक १४१ लोगों के मरने की जानकारी सामने आई है, अभी भी बहुत से लोगों के लापता होने की जानकारी सामने आ रही है

गुजरात के मोरबी शहर से कल शाम एक दिल दहला देने वाली खबर आई है। यहां मच्छू नहीं पर बना झुलता हुआ पुल टूट गया है। इस हादसे में घटना के वक्त पुल पर मौजूद सैंकड़ों लोगों के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है। इस दिल दहला देने वाली घटना में 141 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। इस घटना से पूरे प्रदेश में मातम छाया हुआ है।

पुल हादसे में 4 साल के बच्चे ने खोया अपना माता-पिता


रविवार की शाम मोरबी के लिए दुःस्वप्न साबित हुई। हादसे में जान गंवाने वालों में 4 साल के मासूम जियानश के माता-पिता भी शामिल हैं। हलवाड़ मूल रूप से शहर के हार्दिक फल्दू मोरबी में सीए के पद पर कार्यरत थे। पत्नी मिरल फल्दू और चार साल के बेटे जियानश के साथ झूले पुल पर घूमने निकले थे। जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त जियानश भी अपने माता-पिता के साथ इस पुल पर मौजूद था और जब पुल टूटा तो पूरा परिवार नदी में गिर गया। हादसे में जियानश के माता-पिता की जान चली गई, लेकिन चार साल के मासूम की जान बच गई। इस ब्रिज हादसे में जियानश समेत कई परिवारों ने अपनों को खोया है। केंद्र सरकार ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और राज्य सरकार ने 4 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है।

इस हादसे से एक ही परिवार के 6 सदस्य मारे गये


आपको बता दें कि त्योहार का समय होने के कारण राज्य के अलग-अलग कोनों से कई परिवार इस ब्रिज पर आनंद का लुत्फ उठाने आए थे, लेकिन ब्रिज टूटने की इस दिल दहला देने वाली घटना में रैपर की हलीमाबेन का सब कुछ लुट गया। इस हादसे में हलीमाबेन ने अपने परिवार के 6 सदस्यों को खो दिया है। हलीमाबेन ने अपने ससुर और अपने बेटे के साथ अपनी बेटी, दामाद और अपनी बेटी की 7 साल की बेटी और 4 साल के बेटे को खो दिया।

टहलने गए एक ही घर के 8 लोग झूलते पुल से गिरे


एक मजदूर के रूप में काम करते हुए, आरिफशा नूरशा शाहमदार त्योहार के अवसर पर अपने परिवार के साथ इस  पुल पर टहलने गई थीं। इसके साथ ही उनका बेटा और उनका परिवार भी जामनगर से मोरबी आया था। जब ये हादसा हुआ तब आरिफशा पूरे परिवार के साथ पुल पर मौजूद थी और पूरा परिवार नदी में डूब गया। आरिफशा बच गई लेकिन उसकी पत्नी और 5 साल का बेटा बह गया। इसके अलावा उनकी बेटी समेत परिवार के 4 सदस्य अभी भी लापता हैं।

बचाव कार्य जारी


गौरतलब है कि गुजरात के मोरबी शहर में हुई त्रासदी के बाद से प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में लगा हुआ है और अब तक 170 से अधिक लोगों को बचाया जा चुका है। साथ ही पीड़ित परिवारों को छह-छह लाख मुआवजे की घोषणा की गई है। माचू नदी में अभी भी सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं। और भारतीय नौसेना के 50 जवान, एनडीआरएफ के 3 जवान, 30 भारतीय वायु सेना के जवान, दमकल की 7 टीमें और अन्य बचाव मोर्चे पर तैनात हैं। घायलों को एक-एक कर एंबुलेंस से मोरबी सिविल अस्पताल ले जाया गया।