सूरत जिले में तत्काल हेल्थ वर्कर और टेक्नीशियनों की भर्ती करने स्वास्थ स‌चिव को ज्ञापन

सूरत जिले में तत्काल हेल्थ वर्कर और टेक्नीशियनों की भर्ती करने स्वास्थ स‌चिव को ज्ञापन

सूरत ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना की दुसरी लहर घातक साबित हो रही है, हररोज नए संक्रमितों का आंकडा बढ़ने के साथ स्वास्थकर्मीयों के रिक्त स्थान तत्काल भर्ती करने के लिए स्वास्थ सचिव को ज्ञापन दिया गया।

कोरोना संक्रमण चिंताजनक रूप से बढ़ने पर जिले में स्वास्थ सेवा चरमराईः दर्शन नायक
सूरत जिले के सभी तहसिलों में पिछले पंद्रह दिनों के दौरान कोरोना संक्रमण बहुत ही तेजी से चिंताजनक रूप से बढ़ रहा है। एक दिन में ही चारसौ से अधिक मरीजों का रिपोर्ट पोजिटिव आने लगा है। ऐसी परिस्थिति के दौरान जिले में तत्काल हेल्थ वर्कर, टेक्निशियन, नर्स, मल्टीपर्पज हेल्थ केर वर्करों के लगभग 200 से अधिक पद रिक्त है जहां पर तत्काल भर्ती करने के लिए दर्शन नायक ने राज्य के स्वास्थ सचिव को ज्ञापन दिया है। 
सूरत जिला पंचायत के पूर्व विपक्षी सदस्य एवं किसान अग्रणी दर्शन नायक ने राज्य के स्वास्थ सचिव जयंति रवि को ज्ञापन देते हुए सूरत जिले में हेल्थ केर वर्करों के रिक्त पदों पर तत्काल नियुक्ती की मांग की है। सूरत जिले में लेब टेक्निशियन, आया, मल्टी पर्पझ हेल्थ केयर वर्कर, नर्स जैसी स्वास्थलक्षी महत्वपुर्ण जगह पर पिछले लंबे समय से पद रिक्त है। रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती करने के लिए जिला पंचायत की सामान्य सभा एवं राज्य सरकार के समक्ष समय समय पर विपक्षीनेता के रूप में मांग की गई थी। वर्तमान में कोरोना महामारी की दुसरी लहर के दौरान लोग चिकित्सा के लिए तरस रहे है। जिले में कोविड जांच की एक भी सरकारी लेब नही है। लोगों को आरटीपीसीआर रिपोर्ट के लिए निजि लेब अथवा सूरत सिविल अस्पताल पर निर्भर रहना पडता है। जिले में तत्काल असर से एक सरकारी लेब कार्यरत होनी चाहिए इस लिए स्वास्थ सचिव जयंति रवि से दर्शन नायक ने मांग की है। 
वर्तमान में गांवो की स्वास्थलक्षी परिस्थिति बहुत ही दयनिय है। सभी तहसिलों और गांवो में कोरोना के पोजिटिव मरीजों की संख्या में वृध्दि होने के साथ मृतकों की संख्या भी बढ़ रही है। सभी तहसिलों में जिला पंयायत के स्वास्थ विभाग द्वारा 50 बेड की ओक्सीजन और 3 वेन्टीलेटर के साथ तत्काल कोविड केयर सेन्टर कार्यरत करना चाहिए। भविष्य में कामरेज से कीम के दौरान नेशनल हाईवे टच छोटी सरकारी सिविल अस्पताल का निर्माण करना जरूरी है। दुर दराज के गांवों के आदिवासी और गरीब प्रजा को सूरत सिविल अस्पताल तक लंबा सफर तय करने से राहत मिलेगी। गुजरात सरकार स्वास्थलक्षी सेवाए प्रदान करने के लिए तत्पर होती है मगर जिला पंचायत हस्तक के सीएचसी और पीएचसी सेन्टर 24 घंटे कार्यरत नही रहते। वर्तमान कोरोना काल के दौरान लोगों को 24 घंटे इंजरजन्सी स्वास्थ सुविधा मिलनी चाहिए। 
दर्शन नायक ने राज्य के स्वास्थ सचिव को ज्ञापन के माध्यम से विनंति की है की जिले के नागारिकों के स्वास्थ समस्या को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ सेवाए अधिक कार्यक्षम बने और गरीब आदिवासी लोगों को 24 घंटे सेवा प्राप्त हो सके इस लिए तत्काल उचित कार्यवाही की मांग की है। 
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