जानें रत्नागिरी के सामने क्यों पीछे छूट गये वलसाड के आफुस आम

जानें रत्नागिरी के सामने क्यों पीछे छूट गये वलसाड के आफुस आम

वलसाड से ही भेजे गए आफुस आम के कलम पर रत्नागिरी ने किया पेटेंट

वलसाड के आफुस आम के दीवानों की पहली पसंद वलसाड के आफुस आम पर अत्नागिरी के किसानों ने अपना पेटेंट दर्ज करा लिया और अब मुंबई के बाजारों में वलसाड के आम की अवहेलना हो रही हैं। इस बात से वलसाड सहित दक्षिण गुजरात के किसान परेशान हैं।
वलसाड जिला के पारदी तालुका के पलसाना गाँव के अग्रणी किसान हर्षदभाई देसाई ने बताया कि आफुस आम को लेकर बड़ा विवाद चल रहा हैं। महाराष्ट्र के रत्नागिरी और कोकण के किसानों ने कुछ साल पहले आफुस आम पर अपने विस्तार का पेटेंट करा लिया। वर्तमान में मुंबई आम का बहुत बड़ा बाजार हैं जहाँ वलसाड से आने वाले आफुस आम को अस्वीकार किया जा रहा हैं। ऐसे में वलसाड के किसान चिंताजनक स्थिति में पहुँच गए हैं।
वैसे तो आफुस आम की कलम को लेकर पेटेंट वलसाड के किसानों ने तैयार किया था और फिर उसे महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों यहाँ तक कि विदेशों में भी भेजा था। ऐसे में प्रशासन की लापरवाही के कारण महाराष्ट्र के किसानों ने इस पर अपना पेटेंट दर्ज करा लिया। इस बारे में हर्षदभाई ने कहा कि वलसाड के किसानों को रत्नागिरी और महाराष्ट्र की इस नीति का पुरजोर विरोध करना चाहिए।