जानिए क्यों इस डॉक्टर ने की सरकार से गर्भवती महिलाओं के लिए जल्द से जल्द वैक्सीन लाने की मांग

जानिए क्यों इस डॉक्टर ने की सरकार से गर्भवती महिलाओं के लिए जल्द से जल्द वैक्सीन लाने की मांग

एक घटना का जिक्र करते हुए डॉ दीप्ती पटेल ने समझाया गर्भवती महिलाओं के लिए वैक्सीन की जरुरत

कोरोना काल के दौरान गर्भवती महिलाओं की देखभाल बहुत जरूरी है। अगर उन्हें कोरोना होता है, तो स्थिति और खराब हो जाती है। कई जगहों पर कोई भी उन्हें अस्पतालों में रखने को तैयार नहीं होता। ऐसा ही एक वाकया सूरत में सामने आया है जहाँ एक गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका। उनका इलाज करने के लिए लव एंड केयर हॉस्पिटल के डॉ. दीप्ति पटेल ने पूरे घटनाक्रम का वर्णन किया है। जानिए पूरी घटना को डॉ। दीप्ति के शब्दों में....!
प्रतीक्षा (बदला हुआ नाम) मेरे पास तब आई जब कोरोना का बारहवां दिन चल रहा था। वह पांच माह की गर्भवती थी। जब अस्पताल आई तो काफी खून बह रहा था और पेट में दर्द हो रहा था। वो होम-आइसोलेशन में थी और RTPCR के अलावा कोई रिपोर्ट नहीं हुई थी। हमने रिपोर्ट कराई और उसका डीडायमर 2800 आया। ऐसा लग रहा था कि मां को बचाने के लिए तत्काल प्रसव कराना जरूरी था। डी-डिमर बढ़ने के कारण प्लेसेंटा फट गया था और भ्रूण को बच्चे को रक्त नहीं मिल रहा था। बच्चे को सुरक्षित रखना नामुमकिन था इसलिए हमने समय से पहले प्रसव कराकर मां को बचा लिया। प्रसव के बाद की मेली पत्थर की तरह सख्त हो गई थी।
(Photo : khabarchhe.com)
आज मुझे सरकार से एक निवेदन करना है। एक बार गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण को मंजूरी मिलने के बाद, गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और इसमें तेजी लाई जानी चाहिए। यदि गर्भवती महिलाओं का शीघ्र टीकाकरण किया जाए तो अजन्मे बच्चों की सुरक्षा संभव हो सकती है।
साथ ही मैं गर्भवती महिलाओं से भी एक अपील करना चाहूंगी - कि जब आप अपनी गर्भावस्था के दौरान कोरोना पॉजिटिव हो जाएं और भले ही आप होम-आइसोलेशन में हों - डॉक्टर की गाइडलाइन के अनुसार अपनी सभी रिपोर्ट जरुर करें। RTPCR पॉजिटिव होने के बाद समय-समय पर डिडिमर की जांच करवानी चाहिए। फेफड़ों की भी जाँच की जानी चाहिए।
पांच दिन पहले द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक हमारे देश में हर तीन में से एक गर्भवती महिला पॉजिटिव आ रही है। गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण प्राथमिकता से और शीघ्रता से किया जाना चाहिए, जब वैक्सीन ही कोरोना से लड़ने का एकमात्र उपाय है।