जानें तालिबानी नेता ने क्यों कहा, 'पाकिस्तानी नहीं, भारतीय गेहूं अच्छा है!'

जानें तालिबानी नेता ने क्यों कहा, 'पाकिस्तानी नहीं, भारतीय गेहूं अच्छा है!'

तालिबान द्वारा अफगानिस्तान का कब्जा करने के बाद से देश की हालात कुछ ठीक नहीं है। जिसके चलते कई देशों ने मानवता के चलते देश के लोगों को अपनी और से सहायता की थी। इस दौरान पाकिस्तान और तालिबानी नेताओं के करीब होने के भी कई प्रमाण सामने आए है। हालांकि इसी बीच तालिबानी नेताओं द्वारा पाकिस्तान की सहायता की निंदा की गई थी। जबकि वहीं दूसरी और भारत द्वारा की गई सहायता की तारीफ की गई।
दरअसल अन्य देशों की तरह भारत और पाकिस्तान भी तालिबान की प्रजा के लिए उन्हें सहायता कर रहे है। जिसके चलते दोनों देशों ने उन्हें गेहूं भेजा था। हालांकि तालिबानी नेताओं द्वारा पाकिस्तान द्वारा भेजे गए गेहूं को बिलकुल ही खराब गुणवत्ता वाला बताया था, जबकि उसके मुक़ाबले भारत द्वारा भेजा गया गेहूं कई गुना अच्छा था। अफगानी पत्रकार अबुदुल्ला ओमेरी ने इस बारे में एक ट्वीट जारी करके जानकारी दी गई थी। जबकि कई अन्य लोगों ने इस बारे में ट्वीट कर के इसे शेयर किया है।
कई लोगों ने बताया कि जो गेहूं पाकिस्तान द्वारा भेजा गया है, वह अधिकतर सड़ें हुये है या तो उसमें भारी संख्या में कीड़े है। कुछ भी हो वह गेहूं खाने के लायक तो बिलकुल ही नहीं था। वहीं भारत द्वारा भेजा गया गेहूं काफी अच्छा था। उल्लेखनीय है कि पिछले महिने से ही भारत द्वारा मानवीय सहायता के तौर अपर अटारी बोर्डर से अफगानिस्तान के लिए गेहूं भेजा जा रहा है। यूनाइटेड नेशन्स वर्ल्ड फूड में भारत ने अफगानिस्तान को इस कठिन परिस्थिति में 59 हजार मीट्रिक तन गेहूं देने का वादा किया था। जिसके अंतर्गत गेहूं के ट्रकों का दूसरा काफिला अफगानिस्तान के लिए रवाना किया गया है।