जानें क्यों भगवान कृष्ण की मूर्ति पर डॉक्टरों को बांधनी पड़ी पट्टी!?

जानें क्यों भगवान कृष्ण की मूर्ति पर डॉक्टरों को बांधनी पड़ी पट्टी!?

उत्तर प्रदेश के आगरा की घटना, जीव-अजीव के बीच के स्नेह का उत्कृष्ट उदाहरण

ये दुनिया अनोखी घटनों से भरी हुई है। आये दिन कोई न कोई ऐसी ऐसी घटना सामने आती है जिस पर एक बार में भरोसा नहीं होता। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के आगरा में देखने को मिला जहाँ इस बात का उत्कृष्ट उदाहरण सामने आया कि अगर मन में प्रेम-स्नेह और आस्था हो तो एक इंसान एक बेजान मूर्ति से जुड़ जाता है। यहाँ आगरा में एक पुजारी 'लड्डू गोपाल' की मूर्ति को लेकर अस्पताल पहुंचे और डॉक्टर्स से मूर्ति को बैंडेज लगाने की जिद करने लगे।
पूरी घटनाक्रम के अनुसार आगरा के जिला अस्पताल में डॉक्टर्स व अन्यम स्टाफ उस वक्त हैरान रह गए, जब उनके पास एक पुजारी 'लड्डू-गोपाल' की मूर्ति लेकर पहुंचे और मूर्ति के हाथों पर पट्टी लगाने की जिद करने लगे। दरअसल सुबह के समय जब पुजारी भगवान को पूजा के लिए नहला रहे थे उस समय मूर्ति उनके हाथों से फिसलकर गिर गई जिससे लड्डू गोपाल का हाथ टूट गया। शुरू में अस्पूताल स्टाफ ने उसे गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन पुजारी बेतहाशा रो रहे थे, जिसे देखकर अस्पताल के स्टाफ और डॉक्टर मूर्ति के बैंडेज के लिए तैयार हो गए।
आपको बता दें कि जब अस्पताल के डॉक्टर ने मूर्ति पर पट्टी बांधने वाले बात को गंभीरता से नहीं लिया और पुजारी अपने जिद पर अड़े रहे तो अस्पेताल के स्टाफ ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इसकी जानकारी दी। उन्होंने पुजारी की भावना को ध्यान में रखते हुए मेडिकल स्टाफ को 'लड्डू गोपाल' की मूर्ति का बैंडेज करने के लिए कहा, जिसके बाद ही पुजारी को शांति मिली। अस्पताल में मरीज के नाम की जगह 'श्री कृष्ण ' लिखा गया और फिर इलाज की प्रक्रिया शुरू की गई।
इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में जिसमें 'लड्डू-गोपाल' की मूर्ति के हाथों पर बैंडेज लगा नजर आ रहा है। पुजारी का कहना है कि वह बीते 30 साल से इस मूर्ति की पूजा करते आ रहे हैं और ऐसे में जब यह टूट गई तो उन्हें बहुत बुरा लगा इसीलिए वो भगवान को उपचार के लिए अस्पसताल ले आए।