जानें कहां मंगलवार को मास्क लगाने के संकल्प के लिए बजेगा सायरन, कांग्रेस ने कसा तंज

जानें कहां मंगलवार को मास्क लगाने के संकल्प के लिए बजेगा सायरन, कांग्रेस ने कसा तंज

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जनता का सहयोग चाहिए, सहयोग केवल इतना कि सभी मास्क लगाएं और गाइडलाइंस का पालन करें, क्योंकि कोरोना से लड़ने का सबसे प्रभावी उपाय यही है : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

भोपाल, 21 मार्च (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है। लोगों में कोरोना से बचाव के लिए मास्क का उपयोग करने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने का संकल्प दिलाने के लिए मंगलवार को सायरन बजाया जाएगा। सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस ने तंज कसा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "आज इंदौर, भोपाल और जबलपुर में लॉकडाउन है। कोविड-19 की लहर बहुत तेजी से बढ़ रही है। कल 1,332 मामले आए हैं, अनेक जिलों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है, जिसे रोकना जरूरी है। मैं नहीं चाहता कि हम आर्थिक गतिविधियों को बाधित करें, लेकिन कोरोना की बढ़ती रफ्तार मन में चिंता पैदा कर रही है।" उन्होंने आगे कहा, "कोविड-19 से जनता को सुरक्षित रखने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हमें जनता का सहयोग चाहिए। सहयोग केवल इतना कि सभी मास्क लगाएं और गाइडलाइंस का पालन करें, क्योंकि कोरोना से लड़ने का सबसे प्रभावी उपाय यही है।"
(File Photo: IANS)
कोरोना की रोकथाम के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी 
चौहान ने कोरोना की रोकथाम के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को जरूरी बताते हुए कहा, "23 मार्च को सुबह 11 बजे मध्यप्रदेश के सभी शहरों में सायरन बजेगा। जो जहां है, वहीं दो मिनट खड़े रहकर मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाने का संकल्प लेगा। दुकानदारों से भी अपील करता हूं कि वे अपनी दुकानों के सामने दूरी रखने के लिए गोले बनाएं। गोले बनाने मैं भी निकलूंगा।" "इसी तरह 23 मार्च को शाम सात बजे भी दो मिनट के लिए सायरन बजेगा और हम पुन: यह सुनिश्चित करेंगे कि हमने और हमारे आसपास के लोगों ने मास्क लगाया है या नहीं। मास्क लगाना बहुत जरूरी है, इसलिए यह संकल्प अभियान हम शुरू कर रहे हैं। स्थिति हाथों से बाहर निकले, इसके पहले ही हम संभल जाएं।"
मुख्यमंत्री चौहान द्वारा सायरन बजाकर संकल्प लिए जाने के फैसले पर पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने तंज कसते हुए कहा, "थाली-ताली बजाना और दीये जलाना क्या कम पड़ गया था, जो अब सायरन बजाया जाएगा, जिन कोरोना वारियर्स ने अपनी जान हथेली पर रखकर कोरोना काल मे सेवा की थी, उन्हें तनख्वाह तक नसीब नहीं हुई और ऊपर से उन पर लाठियां भांजी गई थीं। अब सायरन बजाने से क्या होगा, बता दीजिए शिवराज सिंह चौहान।"