कलयुगी माँ की करामात, अपने ४२ दिन की बेटी को ही जिंदा जलाया

कलयुगी माँ की करामात, अपने ४२ दिन की बेटी को ही जिंदा जलाया

पति का है किसी और से संबध, तनाव में रहती थी माँ, बेटी को जलाकर गुम हो जाने की अफवा फैलाई

इस दुनिया में माँ और संतान का रिश्ता सबसे खास माना गया है। माँ अपने बच्चे के लिए के लिए कुछ भी कर सकती है। लेकिन इसी समाज में इस तरह की माँ भी हैं जो अपने ही संतान पर जुल्म करने में गुरेज नहीं करती। एक ऐसा ही मामला रांची में देखा गया है। दरअसल रांची से करीब 50 किलोमीटर दूर अंगदा थाना के सताकी पंचायत के भेलवाटीकर गांव से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक 42 दिन के बच्चे को किसी ने जिंदा जला दिया है। ये घटना तब हुई जब बच्ची की मां उसके साथ नहीं थी। घटना के बारे में, बच्ची की मां सुनीता देवी का कहना है कि वह बच्ची को सुलाकर नहाने गई और उस समय घर पर कोई नहीं था। जब वह स्नान करके आई, तो उसने देखा कि बच्ची गायब थी।
घर से 200 मीटर दूर मिला बच्ची की जली हुई लाश
इसके बाद परिवार ने बच्ची की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली। अचानक उन्होंने घर से लगभग 200 मीटर की दूरी पर एक गड्ढे से धुआं निकलते देखा। सब वहां गए और जो देखा उसे देखकर सब के पैरों तले जमीन खिसक गई। उस गड्ढे में जलती हुई बच्ची का शरीर दिखा, जो पूरी तरह से राख में तब्दील हो गया था। घटना की सूचना रांची में काम करने वाले बच्ची के पिता भावेश्वर महतो को दी गई। इसके बाद पुरे मामले की जानकारी पुलिस को दी गई और घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस ने शव को जब्त कर लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
गरीब परिवार से है माँ-बाप, अक्सर होते रहते है आपस में झगड़े 
जानकारी के अनुसार इस जोड़े की शादी साल 2017 में हुई थी और उनकी बड़ी बेटी ढाई साल की है। घटना के समय बच्ची की 62 वर्षीय दादी लालनी देवी घर पर नहीं थीं। दंपति काफी ज्यादा गरीब है और उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। पुलिस हर एंगल से हत्या का मामला दर्ज कर आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही थी। पुलिस को पता चला कि बच्ची के पिता भावेश्वर महतो रांची में काम करता है। उसका वहां की एक महिला से अफेयर चल रहा था। इस बात को लेकर दोनों के बीच हमेशा झगड़े होते थे। कई बार मना करने के बाद भी भुवनेश्वर नहीं माना और इसलिए सुनीता तनाव में रहने लगी।
(PhotoCredit:bhaskar.com)
पुलिस को हुआ माँ पर शक
आगे की जाँच में पुलिस को सुनीता पर शक हुआ। शाम करीब 6 बजे निहत्थे पुलिस भेलवाटीकर गांव पहुंची और महिला से पूछताछ की। इस पूछताछ में पुलिस को पता चला कि गुरुवार सुबह 10 बजे सुनीता ने ही गुस्से में सोते हुए बच्चे को 200 मीटर दूर एक बोरी में लपेटकर एक गड्ढे में छड़ी के साथ आग लगा दी। जब बच्ची का आधा शरीर जल गया तो वह वहां से घर आई और ग्रामीणों और परिवार के सदस्यों को सूचित किया कि बच्ची गायब हो गई। फिर उसने अपने पति भावेश्वर को सुबह करीब 11:30 बजे फोन करके सूचना दी। सूचना मिलते ही भावेश्वर महतो करीब 12:30 बजे गांव पहुंचे और अपनी बेटी का शव देखकर रोने लगा।
पुलिस के पूछताछ के दौरान सुनीता देवी ने डीएसपी क्रिस्टोफर केरकेट्टा के सामने अपना गुनाह काबुल कर लिया। इसके बाद आरोपी माँ को अंगदा पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
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