जूनागढ़ : पत्नी हनीट्रैप के जाल में फंसाती थी, पति और ससुर इस कांड में करते थे मदद!

जूनागढ़ : पत्नी हनीट्रैप के जाल में फंसाती थी, पति और ससुर इस कांड में करते थे मदद!

एक शख्स से ₹30 लाख का गबन करने के चक्कर में ऐसे खुला भेद

कोई ललना किसी युवक को अपने प्रेम जाल में फंसा कर उससे पैसों की उगाही करे, ऐसे हनीट्रैप के मामले तो आपने कई सुने होंगे। लेकिन गुजरात के जूनागढ़ से हनीट्रेप के जिस मामले का पता चला है उसके बारे में जानकर एक बार तो आपको आश्चर्य अवश्य होगा। जी हां, इस प्रकरण में हनी ट्रैप में फंसाने का काम करती थी पत्नी और उसके इस काले कारोबार में मदद करते थे उसके पति और ससुर। जी हां, पुत्रवधू अपने ससुराल वालों के साथ मिलकर हनी ट्रैप में लोगों को फंसाती और फिर उनसे पैसों की उगाही करती थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह मामला जूनागढ़ जिले के मेंदरडा निवासी युवक दीपक खूंटे से जुड़ा हुआ है। विगत दिनों दीपक खूंटे ने सोशल मीडिया पर विसादर तहसील के दादर गांव की रहने वाली संजना नामक विवाहिता को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। उसके बाद दोनों की मोबाइल पर बातचीत शुरू हुई। शायद दीपक को इस बात का पता नहीं था कि वह जिस महिला से बातचीत कर रहा है उसके परिवार ने उसको फंसाने का षड्यंत्र रचा हुआ है।
प्रतिकारात्मक तस्वीर
रिपोर्ट के अनुसार विगत 17 मई के दिन संजना ने दीपक को अपने घर पर बुलाया। उसके बाद क्या करना है इसके लिए संजना और उसका पूरा परिवार पहले से ही प्लान बनाए हुए था। दीपक जब घर पहुंचा तो संजना के पति सचिन और उसके ससुर गोविंद भाई और सास ने मिलकर डंडों से दीपक की बुरी तरह पिटाई कर दी और उसे एक कमरे में बंद कर दिया। उसके बाद उन्होंने दीपक के कपड़े उतरवाकर उसके फोटो ले लिए। संजना ने दीपक पर फर्जी बलात्कार का मामला दर्ज करने की धमकी दी और कहा कि वह यदि ऐसा नहीं चाहता तो 30 लाख रुपए दे। आखिरकार 10 लाख रुपए में सौदा तय हुआ और पैसों के लिए दीपक के भाई को फोन किया गया। दीपक के भाई ने खतरे को भांपते हुए भी विसादर पुलिस को सूचना दी और पुलिस दादर गांव पहुंची और दीपक को छुड़ाया।
पुलिस ने संजना और उसके पति सचिन को गिरफ्तार किया। उसके सास-ससुर के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया। अदालत में पेश करने पर सचिन और संजना को जमानत मिल गई। माना जा रहा है कि इससे पहले भी कई लोग संजना की करतूतों का शिकार हुए थे लेकिन समाज के डर से कोई पुलिस में शिकायत करने को तैयार नहीं था।