गांव हो तो ऐसा; जानें गुजरात के इस ‘हाइटैक विलेज’ की रोचक कहानी

गांव हो तो ऐसा; जानें गुजरात के इस ‘हाइटैक विलेज’ की रोचक कहानी

दुनिया के किसी भी कोने से गाँववालों को संबोधित कर सकता है गाँव का सरपंच, हर सड़क पर सीसीटीवी और सोलर लाइट की है व्यवस्था

गुजरात राज्य में गांवो ने भी धीरे-धीरे विकास करना शुरू कर दिया है। गांवो में भी अब विभिन्न सुविधाएं मिलनी शुरू हो गई हैं। हालांकि, कुछ गांव ऐसे भी हैं जो अपनी सुविधाओं के कारण शक्तिशाली गांवों की सूची में हैं। ऐसे ही एक गाँव के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे है, जो सबसे ताकतवर गांवों की लिस्ट में सबसे ऊपर है। हम बात कर रहे हैं महिसागर जिले के वीरपुर तालुका के हंडिया गांव की जो अपनी उन्नत सुविधाओं के लिए पूरे गुजरात में प्रसिद्ध है।
गुजरात का यह गांव स्वच्छता के मामले में तो सबसे आगे है ही, साथ ही अपनी सुविधाओं के लिए भी जाना जाता है। गांव में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं, गांव में वाईफाई की सुविधा भी है। जिसे गांव के बाहर दो किलोमीटर तक भी कनैक्ट किया जा सकता है। इसके साथ ही हर चौराहे पर सोलर पैनल लगाए गए हैं ताकि रात में लाइट अपने आप चालू हो जाए। गांव में हर कोई आरओ प्लान का शुद्ध पानी पीता है। इस गांव में आधुनिक सुविधा वाले विभिन्न भवन, स्कूल, दूध मंडलियाँ, ग्राम पंचायत का निर्माण किया गया है। साथ ही गांव की हर सड़क में गटर की सुविधा है, जिससे सड़क पर कोई भी गंदगी नहीं होती।

गांव की आबादी 2000 है। गांव में शत-प्रतिशत शौचालय की सुविधा उपलब्ध है। बच्चों के खेलने के लिए प्ले स्टेशन भी बनाया गया है। गांव में किसी भी प्रकार की रेत नहीं दिखती, क्योंकि गांव में हर जगह आरसीसी रोड की सुविधा है। गांव में एक स्वचालित सार्वजनिक संबोधन प्रणाली स्थापित की गई है। जिससे यार्ड में किसी भी तरह का विज्ञापन सुना जा सकता है। इसके साथ ही गांव में एक सुविधा है कि गांव का सरपंच दुनिया में कहीं भी रह कर गांववालों को संबंधित कर सकता है। इसके अलावा विभिन्न सरकारी योजना लाभ के भी घर बैठे ही सुनी जा सकती है। गांव में हरियाली पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। यही कारण है कि हर घर के सामने पौधे और पेड़ लगाए गए हैं।
गांव के अधिकतर लोग शिक्षा के क्षेत्र में काफी आगे है। 2000 की आबादी वाले गांव के 200 घरों में से 150 से अधिक घरों में डॉक्टर, इंजीनियर तथा कक्षा 1-2 जैसी नौकरियां करने वाले हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस गांव में भले ही 7 से 8 जाति के लोग रहते हो, लेकिन गांव में अब तक एक भी पुलिस शिकायत दर्ज नहीं हुई है, जो काफी अनोखी बात है।