सेहत : मधुमेह के रोगियों के लिए किसी जहर से कम नहीं ये खाद्य चीजें

सेहत : मधुमेह के रोगियों के लिए किसी जहर से कम नहीं ये खाद्य चीजें

डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए खान-पान में बदलाव करना जरूरी

आज की भागती-दौड़ती जिंदगी में इंसान बहुत सी बीमारियों का घर बनता जा रहा हैं। इन बीमारियों में मधुमेह भी एक गंभीर बीमारी है, जो हृदय, गुर्दे और मस्तिष्क से संबंधित कई अन्य बीमारियों को जन्म दे सकती है। ऐसे में डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए खान-पान में बदलाव करना जरूरी हो जाता है।

मधुमेह के रोगियों को नहीं खानी चाहिए ये चीजें


आपको बता दें कि फल- कुछ फल जैसे अंजीर, अंगूर, आम, चेरी, केला आदि में चीनी की मात्रा अधिक होती है। इसलिए मधुमेह के रोगियों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। हालांकि, मधुमेह के रोगी जामुन, नशापति, मौसमी, प्लम का भरपूर मात्रा में सेवन करके आनंद ले सकते हैं। शकाक्र और मिठाइयों के साथ-साथ डायबिटीज में ये 7 चीजें भी नहीं खानी चाहिए। डायबिटीज के मरीजों के लिए ये चीजें किसी जहर से कम नहीं हैं और हमें इन्हें खाने से बचना चाहिए।

प्रोसेस्ड मीट


बेकन, हैम, सलामी या बीफ जैसे प्रोसेस्ड मीट में कई हानिकारक केमिकल होते हैं जो ताजा मीट में नहीं होते। कई अध्ययनों ने प्रोसेस्ड मीट को कैंसर और हृदय रोग जैसी बीमारियों का कारण माना जाता है। ऐसे में इनसे बचना चाहिए।

फुल-फैट डेयरी उत्पाद


फुल-फैट डेयरी उत्पाद मधुमेह रोगियों के लिए हानिकारक हैं, क्योंकि इनमें चीनी की मात्रा अधिक होती है। इससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही फुल फैट डेयरी उत्पाद भी मोटापे का कारण बनते हैं।

सफेद कार्बोहाइड्रेट


सफेद ब्रेड, चावल, चीनी और पास्ता- रक्त शर्करा और वजन बढ़ाने के साथ-साथ लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में हमें सफेद कार्बोहाइड्रेट को अपने आहार में शामिल नहीं करना चाहिए।

पैकेज्ड स्नैक्स


पैकेज्ड स्नैक्स मैदा से बने होते हैं और तेजी से पचने वाले कार्बोहाइड्रेट की मौजूदगी से ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है।

शहद या मेपल सिरप


मधुमेह रोगी सफेद चीनी, कुकीज और कैंडी नहीं, बल्कि शहद, मेपल सिरप, ब्राउन शुगर आदि का सेवन करना चाहिए। जिससे ब्लड शुगर लेवल में स्पाइक्स देखने को मिलते हैं।

सूखे मेवे


हम जानते हैं कि सूखे मेवों में कई विटामिन, खनिज और पोषक तत्व पाए जाते हैं। लेकिन जब सूखे मेवे सूख जाते हैं तो उनमें पानी की कमी हो जाती है और शुगर लेवल भी बढ़ जाता है। किशमिश की बात करें तो इनमें अंगूर से 4 गुना ज्यादा कार्बोहाइड्रेट होता है। इसलिए सूखे मेवों में ताजे फलों की तुलना में अधिक कार्बोहाइड्रेट होते हैं। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को सूखे मेवे कम खाने चाहिए।