सेहत : अगर आपको है मधुमेह तो प्याज को जरुर करें अपने भोजन में शामिल, मिलेगा अविश्वसनीय लाभ
By Loktej
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इस गंभीर बीमारी में बहुत लाभदायक है प्याज
आज के समय अव्यवस्थित जीवन-शैली और अनियमित खानपान बहुत से बिमारियों को आकर्षित करता है। इन सभी में एक बीमारी हैं मधुमेह, जो की एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है। बड़े-बुजुर्ग ही नहीं बल्कि आज के समय बच्चे भी इसका शिकार बनते जा रहे है। बहुत छोटी उम्र में ही बच्चों का मधुमय का शिकार बनाना बहुत गंभीर विषय है। आज के समय में दुनिया में इसका चलन बढ़ता जा रहा है। मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली में बदलाव जरूरी है।
सबसे ज्यादा डायबिटीक बच्चे भारत में
आंकड़ों की बात करें तो 2021 तक दुनियाभर में 12.11 लाख से ज्यादा बच्चे टाइप-2 डायबिटीज के शिकार हो चुके हैं। इनमें से आधे से ज्यादा किशोर 15 साल से कम उम्र के थे। इनमें सबसे ज्यादा संख्या भारतीय हैं। तो इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है लेकिन इसे धीरे-धीरे ठीक किया जा सकता है।
शोध में सामने आई अहम जानकारी
हाल के एक अध्ययन के अनुसार, इस बीमारी में सही खानपान की बहुत जरुरत है। खाने में विशेष सामग्री को शामिल करने की आवश्यकता है। इसमें से एक है प्याज। प्याज का रस उच्च शर्करा के स्तर को कम कर सकता है। नाइजीरिया में डेल्टा स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह खोज सामने आई है। अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता एंथनी ओजिहना के अनुसार, मधुमेह एक बहुत ही गंभीर बीमारी है। लेकिन इसमें प्याज फायदेमंद होता है। प्याज एक सस्ती और आसानी से मिलने वाली सब्जी है।
चूहों पर हुआ शोध
आपको बता दें कि शोधकर्ताओं ने सबसे पहले प्याज के रस का चूहों पर प्रयोग किया। यह पाया गया कि मधुमेह के चूहों में इसका अच्छा प्रभाव पड़ा। और प्याज के रस के कारण इन चूहों का रक्त शर्करा स्तर 50 से 35 प्रतिशत तक कम हो गया था और इतना ही नहीं प्याज के रस से कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी कम हो गया था। शोधकर्ताओं ने गैर-मधुमेह चूहों को दवा और प्याज का रस भी दिया। जिसका असर सकारात्मक भी देखने को मिला। इन चूहों का वजन बढ़ गया।
डायबिटीज की समस्या में खाएं सब्जियां
एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर आपको डायबिटीज की समस्या है तो आपको सब्जियों का सेवन करना चाहिए। स्वस्थ आहार वजन घटाने में मदद करता है। और यह टाइप 1 और टाइप 2 मधुमेह में भी सहायक है। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है। यह दिल के दौरे और किडनी की बीमारी के खतरे को भी कम करता है।