गुजरातः क्या आपके पास कोरोना की अनुपयोगी दवाएं पड़ी है? तो जरूरतमंदों तक पहुंचा सकते हैं

गुजरातः क्या आपके पास कोरोना की अनुपयोगी दवाएं पड़ी है? तो जरूरतमंदों तक पहुंचा सकते हैं

जीटीयु के स्वयं सेवक दवा एकत्रि कर जररुतमंद तक पहुचाएंगे

गुजरात इस समय कोविड महामारी से जूझ रहा है। कई बार दवाओं के अभाव में मरीज को काफी परेशानी होती है। गुजरात प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीटीयू) के राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग (एनएसएस) द्वारा इस समस्या के समाधान के तहत एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है।
जीटीयू एनएसएस के स्वयंसेवकों द्वारा कोरोना से मुक्त हुए मरीजों की अनुपयोगी दवाओं को एकत्रित कर जरूरतमंद मरीजों तक पहुंचाया जाएगा। इस संबंध में जीटीयू के चांसलर नवीन सेठ ने कहा कि डॉक्टरों और फार्मासिस्टों के मार्गदर्शन में जीटीयू एनएसएस के छात्र अनुपयोगी दवाओं को एकत्रित कर जरूरतमंदों तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं, जो काबिले तारीफ है।
लॉकडाउन के दौरान भी, जीटीयू एनएसएस के स्वयंसेवक विभिन्न सामाजिक रूप से उपयोगी गतिविधियों जैसे ऑक्सीजन जागरूकता, 108 में सेवा देना,  मानसिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण में संलग्न होकर सच्चे कोरोना योद्धा साबित हुए हैं। कोरोना से मुक्त हुए मरीजों की उपयोग बगैर की दवाएं जरुरतमंद तक पहुंचाने का जीटीयू के इस निर्णय  का स्वयंसेवकों ने स्वागत किया है।
142 इकाइयों के 10000 से अधिक स्वयंसेवक 18 मई से 10 जून, 2021 तक अपने समाज और आसपास के क्षेत्रों से अप्रयुक्त दवाओं को एकत्र करेंगे और राज्य के 6 विभिन्न क्षेत्रों में नामित कार्यक्रम अधिकारियों को संग्रहीत दवा का जत्था पहुंचाएंगे। इसके बाद दवा को जीटीयू लाया जाएगा। जहां डॉक्टर और फार्मासिस्ट द्वारा अलग-अलग दवाओं का वर्गीकरण किया जाएगा।
साथ ही जो दवा एक्सपायर हो चुकी है उसका सही तरीके से डिस्पोजल किया जाएगा। इसके बाद वर्गीकृत दवा को सिविल अस्पताल के साथ-साथ जरूरतमंद मरीजों को मुफ्त में पहुंचाया जाएगा। स्वयंसेवक भी इन दवाओं का वितरण करेंगे।
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