गुजरात : कोरोना थमने के साथ ही बाज़ारों में हलचल बढ़ी

गुजरात : कोरोना थमने के साथ ही बाज़ारों में हलचल बढ़ी

दिवाली तक 85 प्रतिशत तक बाज़ारों की रौनक लोटने की संभावना व्यक्त कर रहे है विशेषज्ञ, यातायात के नियम सही होने पर होगी और भी वृद्धि

लोकडाउन खुलने के बाद से गुजरात के अधिकतर शहरों में फिर से चहलपहल दिखाई दे रही है। शहर में धीरे-धीरे व्यापारिक गतिविधियाँ शुरू होने लगी है। होटल, रैस्टौरेंट, कैफे तथा अन्य सभी व्यापारों में ग्राहकी बढ़ रही है। व्यापारिक गतिविधिओं के अलावा जिम और क़ल्ब जाने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ चुकी है। 
होटल व्यवसाय के साथ जुड़े एक व्यापारी की माने तो कोरोना काल में 43 प्रतिशत फूड पार्क, रैस्टौरेंट और कैफे बंद हो गए थे। हालांकि अनलॉक के बाद अब धीरे  धीरे व्यापार शुरू हुआ है। यदि इसी तरह से चला की आने वाले 6 महीनो में व्यापार फिर से ट्रेक पर आ जाएगा। होटल एंड रैस्टौरेंट असोशिएशन के अध्यक्ष सनत रेलिया के अनुसार, एक बार सभी राज्यों में लोकडाउन खुल जाएगा तो बाहर से आने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ेगी। जिससे की होटल और रैस्टौरेंट पर सीधी असर होगी। 
एचआरए गुजरात चैप्टर के नरेंद्र सोमानी ने कहा किसी भी रैस्टौरेंट का मुख्य समय शाम का होता है। हालांकि फिलहाल उस समय कर्फ़्यू लग जाता है। ऐसे में जब तक डाइन इन सुविधा शुरू नहीं हो जाती तब तक व्यापार में थोड़ी सी कमी देखने मिलेगी। इसके अलावा यातायात सुधरने पर भी उसमें फायदा होगा। बता दे की कोरोना की दूसरी लहर के बाद से शुरू हुए अनलॉक में रैस्टौरेंट और कैफे तथा होटल में 20 से 30 प्रतिशत ग्राहकी वापिस आ चुकी है। जबकि जिम और क़ल्ब की बात करे तो 35 से 45 प्रतिशत ग्राहक वापिस आ चुके है।  
ऐसे में सभी का आकलन है की जैसे जैसे कोरोना का संक्रमण कम होगा और सरकार द्वारा अनलॉक में और भी छूट दी जाएगी तो इसमें और भी इजाफा देखने मिल सकता है। विशेषज्ञों का मानना है की यदि कोरोना की यही स्थिति बनी रही तो नवरात्रि और दिवाली तक बाज़ारों की 80 से 85 प्रतिशत रौनक वापिस आ जाएगी।