गुजरात : RT-PCR रिपोर्ट अनिवार्य हो जाने से ट्रावेल्स एजेंसी कारोबार पर प्रतिकुल असर

गुजरात : RT-PCR रिपोर्ट अनिवार्य हो जाने से ट्रावेल्स एजेंसी कारोबार पर प्रतिकुल असर

RT-PCR टेस्ट के कारण बढ़ रही है ट्रावेल्स संचालको की परेशानी, रैपिड टेस्ट करवाए जाने की मांग

राज्य में कोरोना वायरस के पॉज़िटिव केसों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। जिसके कारण सरकार द्वारा हर संभाव प्रयास उठाए जा रहे है। यहाँ तक की सूरत और अहमदाबाद में तो बस सेवा भी बंद कर दिया गई है। इसके अलावा अन्य राज्यों में से आने वाले यात्रियों के लिए भी RT-PCR टेस्ट की नकारात्मक रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है। 
जो यात्री RT-PCR रिपोर्ट नहीं करवाता है या उसकी रिपोर्ट पॉज़िटिव आती है उसे गुजरात की सीमा में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। हालांकि गुजरात सरकार के इस नियम के कारण ट्रावेल्स मालिको को काफी तकलीफ़ों का सामना करना पड़ रहा है। मीडिया से बातचीत करते हुये अहमदाबाद के कुछ ट्रावेल्स मालिकों ने बताया की कोरोना महामारी की सबसे बड़ी असर टूर और ट्रावेल्स के व्यापार के साथ जुड़े हुये लोगों के जीवन पर पड़ी है। ऐसे में अब राज्य सरकार द्वारा RT-PCR टेस्ट अनिवार्य करने के बाद ट्रावेल्स एजंसी और बस में आने वाले यात्री भी परेशान हो रहे है। 
अखिल गुजरात प्रवासी वाहन संचालक महामंडल के नंदलाल काबरा ने बताया की दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट के लिए काफी तकलीफ पड़ रही है। हर व्यक्ति का RT-PCR टेस्ट ट्रैवल एजंसियों के लिए भी मुमकिन नहीं है। इसके अलावा बस में नौकरी करने वाले ड्राईवर और कंडक्टर के लिए भी बारबार RT-PCR टेस्ट करना सही नहीं है। इसलिए वह RT-PCR टेस्ट की जगह रैपिड टेस्ट करने की मांग करते है। 
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo : IANS)

बस संचालको का कहना है की राज्य की बॉर्डर पर टेस्टिंग की सुविधा करनी चाहिए। जिस तरह से एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों पर टेस्टिंग की सुविधा है। वहीं सुविधा राज्य की बॉर्डर पर खड़ी की जाए। इसके अलावा रात को भी कई बार बस खड़ी रखकर चेकिंग करवाई जाती है। जिसके चलते काफी तकलीफ़ों का सामना करना पड़ रहा है। 
बता दे की गुजरात में पिछले कई दिनों से कोरोना के केस में काफी ज्यादा इजाफा हुआ है। चुनाव के पहले जहां रोजाना 300 से 350 केस सामने आते है, वहीं अब रोजाना केस बढ़कर 2000 से 2200 के आसपास हो गए है। इसके अलावा कोरोना के कारण मरने वाले लोगों की संख्या भी धीरे धीरे बढ़ने लगी है। जिसके कारण सरकार द्वारा अन्य राज्यों में से आने वाले यात्रियों के कारण राज्य में कोरोना ब्लास्ट ना हो इसलिए  अन्य राज्यों में से आने वाले सभी को RT-PCR टेस्ट करवाने का आदेश दिया था।